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अजमेर विकास प्राधिकरण : अब बर्ड पार्क तक सीधी एन्ट्री, नाले का भी होगा सौन्दर्यीकरण

के पर्यटन को लगेंगे पंख

55 लाख की लागत से आनासागर पाल पर बना है बर्ड पार्क


अजमेर (AJMER MUSKAN) ।
आनासागर झील के किनारे बनाए गए बर्ड पार्क तक जाने के लिए अब आमजन को सीधा रास्ता उपलब्ध होगा। अजमेर विकास प्राधिकरण ने अरबन हाट के पास से बर्ड पार्क तक सीधा रास्ता निकालने पर सहमति बना ली है। इसके साथ ही राजस्थान पत्रिका के पास से आनासागर की ओर जाते नाले को भी पक्का व चैनलाइज्ड कर सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। शीघ्र यह दोनों काम शुरू करवा दिए जाएंगे।

अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि सागर विहार कॉलोनी के पास झील के किनारे बनाए गए बर्ड पार्क तक राजस्थान पत्रिका भवन और अरबन हाट के बीच से सीधी सड़क निकाली जाएगी। प्राधिकरण ने मार्ग को चौड़ा और सीधा करने के लिए सहमति बना ली है। शीघ्र ही यह काम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान पत्रिका से पहले आनासागर की ओर जाने वाले नाले को भी पक्का व चैनलाइज्ड कर सौन्दर्यीकरण व वृक्षारोपण किया जाएगा। यह काम स्मार्ट सिटी योजना के तहत करवाए जाएंगे।

बर्ड पार्क की सुन्दरता को लगेंगे पंख, बढ़ेगा पर्यटन

अजमेर की ऎतिहासिक आनासागर झील में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। हर साल झील के किनारों पर इन्हें देखने के लिए पक्षी प्रेमियों और आमजन का जमावड़ा लगा रहता है। पर्यटकों और शहर के लोगों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने स्मार्ट सिटी योजना में 55 लाख रूपए खर्च कर आनासागर झील के किनारे बर्ड पार्क तैयार करवाया है। यह क्षेत्र देशी-विदेशी प्रवासी पक्षियों का घरौंदा है। सागर विहार कॉलोनी के पीछे 26 हजार 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बर्ड पार्क तैयार किया गया है। यहां पर मिट्टी के पांच -छह प्राकृतिक टीले तैयार किए गए हैं। यहां विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे भी लगाए गए हैं । पार्क में पक्षियों के चित्र एवं विवरण भी लगाए गए है।

पक्षियों की पहचान के लिए लगाए साइन बोर्ड

प्रदेश में भरतपुर के केवलादेव घना पक्षी अभ्यारण्य की तर्ज पर पक्षियों के चित्र और नाम लिखे संकेतक भी लगाए गए हैं। अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए भी पार्क कारगर साबित होगा। आमजन भी प्रवासी पक्षियों को आसानी से पहचान कर सकेंगे। यहां पर आने वाले लोग पक्षियों के चित्रों को देखकर उनकी पहचान कर सकेंगे और उस पक्षी के बारे में विस्तार से जान पाएंगे। प्रमुख रूप से यहां पर देसी पनकौवा, श्वेत वक्ष किलकिला, सफेद या गुलाबी हवासिल, डालमेश, हवासिल, काला सफेद किलकिला, अंधा बगला, लाल अंजन, चौबाहा, छोटा पनकौवा, तिदरी बत्तख,सफेद भौंह खंजन और पिलक्या आदि की जानकारी मिल सकेगी।

प्राकृतिक टीलों पर नजर प्रवासी पक्षी

सागर विहार बर्ड पार्क की नम भूमि एवं घास को यथावत रखा गया है। पार्क में प्राकृतिक टीलों का निर्माण किया गया है जिन पर पक्षी बैठे नजर आएंगे। उक्त भूमि में पूर्व में भी पानी भरा रहता था, जिसको यथावत रखा गया है। जिससे पानी की वजह से आने वाले प्रवासी पक्षियों का प्रवास भी यथावत रहेगा एवं उन्हें भोजन प्राप्त करने में भी आसानी रहेगी। पक्षियों की सुरक्षा के लिए बर्ड पार्क में चारों तरफ पांच फीट ऊंचाई की चार दीवारी का निर्माण किया गया है। इस पर दो फीट रेलिंग लगाई गई है। पार्क का मुख्य द्वार भी तैयार किया गया है।

वैशाली नगर मार्ग की दो अड़चनें भी दूर

अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से वैशाली नगर मार्ग की दो अड़चनें पूर्व दूर की जा चुकी हैं। प्राधिकरण ने चौपाटी से वैशाली नगर की ओर देवनारायण मंदिर के तीरछे घुमाव और जी मॉल के पास सड़क को सहमति से सीधा और चौड़ा करने में सफलता हासिल की है। इससे हजारों लोगों को प्रतिदिन राहत मिलेगी।

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