अजमेर (AJMER MUSKAN) आर्य समाज के संस्थापक महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा बताई गई वैदिक रीति रिवाज के अनुसार हवन यज्ञ की पद्धति भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की प्रतीक है। उपरोक्त विचार पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर की वरिष्ठ नागरिक 84 वर्षीय चन्द्रा देवनानी ने उनको सम्मानित किये जाने के अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर पण्डित जागेश्वर निम्रल ने कहा कि हम सबको चाहिये कि अपनी युवा पीढ़ी को हवन यज्ञ के प्रतिदिन के संस्कार को बढ़ावा दे ।सिन्धी पंचायत के चेतन मंगलानी ने दादी के जीवन से समयपालन और कथनी ओर करनी में समानता की सीख लेने की बात कही।
महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि पूर्व व्याख्याता चन्द्रा देवनानी ने अपना सम्पूर्ण जीवन आर्य समाज के संस्थापक महर्षि स्वामी दयानन्द के द्वारा प्रतिपादित आर्य समाज के नियमो के अनुसार अपने पिता पूर्व सेशन जज दीवान सोभाराजमल देवनानी के अनुसार गरीबो और दीन दुखियो की सेवा करके और उनकी सहायता करके व्यतीत किया है।इस अवसर पर अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी,एडवोकेट हितेष मंगलानी, चिमन मंगलानी, पुष्पा छतवानी, निर्मला हून्दलानी, रमेश लालवानी, हेमराज, लक्ष्मणदास वाधवानी एवं अन्य ने सिन्धी समाज एवं आर्य समाज की की वरिष्ठ समाज सेवी चन्द्रा देवनानी का शाॅल पहनाकर, मोतियों की माला पहनाकर, स्मृति चिन्ह प्रदान और मुह मीठा करवाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन रमेश लालवानी ने किया और सबका आभर व्यक्त भी किया।
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