Ticker

6/recent/ticker-posts

स्मार्ट सिटी : अजमेर सिटीजन एप की शीघ्र मिलेगी सुविधा

अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट : नगर निगम में डोर-टू- डोर कचरा संग्रहण वाहनों की निगरानी एवं निगम द्वारा संचालित बसों के सुचारू रूप से परिवहन के उद्देश्य से ट्रैकिंग सिस्टम लगाए गए हैं



ई-गवर्नेंस के माध्‍यम से सर्विसिज को बनाएंगे स्‍मार्ट

अजमेर (AJMER MUSKAN)। अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ई गवर्नेंस के माध्यम से अजमेर में सर्विसिज को स्मार्ट बनाया जा रहा है। नगर निगम में डोर – टू – डोर कचरा संग्रहण वाहनों की निगरानी एवं निगम द्वारा संचालित बसों के सुचारू रूप से परिवहन के उद्देश्य से ट्रैकिंग सिस्टम लगाए गए हैं।

अजमेर सिटीजन एप के माध्यम से इसे प्ले स्टोर से डाउन लोड किया जा सकता है। मंगलवार को नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ खुशाल यादव ने अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के दौरान एप के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। शीघ्र ही अजमेर सिटीजन एप को लॉन्च किया जाएगा। 

इस प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम के 177 ऑटो ट्रिपर एवं 14 इन्टरसिटी बसों में जीपीएस सिस्टम इंस्टाल किया गया है। इनकी निगरानी के लिए मोबाईल – एप  जीआईएस (ज्योग्राफीकल इन्फोर्मेशन  सिस्टम) भी वेबसाइट पर लिंक पर दिया गया है। सिस्टम को ऑपरेटिंग करने के लिए वेबसइट तैयार की गई है एवं सभी विभिन्न प्रकार के एमआईएस  (मैनेजमेन्ट इन्फोर्मेशन सिस्टम) रिपोर्ट तैयार की गई है। इसके माध्यम से सभी संबंधित अधिकारियों को जानकारी मिल सकेगी। जैसे आज कितनी गाड़ियां किस-किस रूप् पर संचालित है अथवा खड़ी हैं यदि किसी गाड़ी का रूट डायवर्ट किया गया है तो उसकी सूचना अर्ल्ट रिपोर्ट निकाली जा सकती है। जिसमें समय रहते सुचारू रूप् से सभी गाडियों की ट्रैकिंग की जा सके एवं अधिकतम उपयोग प्राप्त किया जा सके।

शहरवासियों को मिलेगा यह लाभ 

जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश पर “अजमेर सिटीजन एप” तैयार किया गया हैं। इस एप में अजमेर शहरवासियों के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं होंगी।

1. डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण वाहनों की जीआईएस  लोकेशन प्राप्त कर आमजन को अपने वार्ड की गाड़ी का अनुमानित समय पता चलेगा। वार्ड में वाहन आ रहा है अथवा नहीं इसकी जानकारी मिल सकेगी। जैसे आप ओला / उबर बुक कराते हैं तो वाहन की ऑन लाइन लोकेशन का पता चलता है। उसकी प्रकार ऑटो ट्रिपर की लोकेशन की जानकारी मिल सकेगी। 

2. शिकायत दर्ज कराना :- इस मॉड्यूल में विभिनन प्रकार की शिकायतें दर्ज करवायी जा सकती हैं। वार्ड में फैले कचरे, मृत जानवर, कचरा पात्र साफ नहीं हुआ, ऑटो ट्रिपर नहीं आने, सफाई नहीं होने, क्षेत्र में निर्माणाधीन मकान का मलवा सड़क पर पड़ा हुआ है, कचरे में आग लगी हुई है आदि शिकायतें की जा सकेंगी। इसके लिए आपको वार्ड चयन व सर्किल चयन करना होगा।  यदि आप अपने वार्ड में हैं तो गूगल मैप के माध्यम से आपका वार्ड एवं सर्किल स्वतः चयन हो जाएगा। एप के माध्यम से संबंधित शिकायत की फोटो अपलोड करनी होगी। यदि आप शिकायत के विवरण का उल्लेख करना चाहते हो कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के बाद शिकायत सबमिट की जा सकती है। उक्त शिकायत एप के द्वारा वार्ड जमादार के पास पहुंच जाएगी। जमादार को 24 घंटे के भीतर शिकायत का समाधान करना होगा। ऐसा नहीं करने पर उक्त शिकायत स्वास्थ्य निरीक्षक के पास पहुंच जाएगी। यहां पर भी 24 घंटे के भीतर समाधान नहीं किया जाता है तो स्वास्थ्य अधिकारी, उपायुक्त एवं आयुक्त के समक्ष्र पहुंचेगी।  ये सिस्टम सभी शिकायत के निवारण हेतु मील का पत्थर साबित होगा।

3. सर्च कम्पलेन:- आपके द्वारा की गई शिकायत का विवरण एवं उसका निस्तारण हुआ है अथवा नहीं यहां से देखा जा सकेगा। सर्च कम्पलेन में किसी विशेष  शिकायत का विवरण देखा जा सकता है।

4. व्यू कम्पलेन - आपके द्वारा या पडोसी या आपके वार्ड मैम्बर द्वारा की गई शिकायतों का विवरण देखा जा सकता है। इसका निस्तारण हुआ या नहीं इसकी जानकारी फोटो सहित मिल सकेगी।

5. बस फाइण्डर मॉड्युलः- इस मॉड्युल के तहत सिटी ट्रांसर्पोट सर्विस नगर निगम द्वारा संचालित की जा रही है। उक्त ट्रांसपोर्ट बसें शहर के सात रूटों पर संचालित है। इन बसों की संचालन की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। बस स्टोप पर बसों के पहुंचने का अनुमानित समय पता चल सकेगा। 

6. ये हैं सात  रूट :-

(1) बडलिया से माकडवाली

(2) अजमेर से किशनगढ

(3) दौराई से फॉयसागर

(4) नौसर से हटूण्डी

(5) अजमेर से पुष्कर

(6) नारेली मन्दिर से हटुण्डी

(7) जनाना से दौराई

इन सभी रूटों पर लगभग 2 बसें लगायी गयी है एवं लगभग हर रूट पर लगभग 20 बस स्टाप बनाये गये हैं। प्रत्येक बस स्टाप पर कोशिश की जा रही है कि एक एलईडी स्क्रीन लगाकर यह मालूम किया जा सके कि कौनसी बस कितने बजे पहुंचेगी ताकि आमजनों को यह जानकारी मिल सके। इस सुविधा द्वारा आजमनों को सिटी बस के समयानुसार आसानी से परिवहन होगा एवं समय तथा धन की भी बचत होगी और सिटी बसों का उपयोग अधिकतम होगा।

7. एप के माध्यम से  उद्यान, कम्युनिटी सेन्टर एवं शौचालयों की जानकारी जियो फैन्सिंग करायी गयी है जिससे आमजन एवं पर्यटकों को यह लाभ होगा कि वो अपने निकटतम उद्यान, कम्युनिटी सेन्टर एंव शौचालयों का उपयोग कर सकता है जिससे कि उनके समय की बचत होगी और उन्हें गन्तव्य तक जाने के लिये अन्य लोगों से बार बार  पूछना नहीं पड़ेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ