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19 लाख से अधिक पौधे वितरित करने की कार्ययोजना बनाएं : जिला कलेक्टर

घर-घर औषधि योजना : 19 लाख से अधिक पौधे वितरित करने की कार्ययोजना बनाएं - जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित

घर-घर औषधि योजना

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत जिले में 19 लाख 66 हजार 264 पौधे वितरित करने के लिए जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने कार्ययोजना बनाने के लिए वीसी के माध्यम से निर्देश प्रदान किए।

जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि घर-घर औषधि योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। औषधीय महत्व के पौधों के प्रति जागरूकता पैदा कर सरंक्षण तथा उपयोग में इस योजना की बड़ी भूमिका रहेगी। योजना को सफल बनाने के लिए जिले के उपखण्ड अधिकारियों एवं विकास अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से बैठक ली गई। इसके लिए जिले के 2 लाख 45 हजार 783 परिवारों का चिन्हीकरण किया जाए। इन परिवारों को 19 लाख 66 हजार 264 पौधे वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिले में 21 लाख 62 हजार 886 पौध तैयार की जा रही है। पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण के लिए घूघरा एवं पंचकुण्ड नर्सरी में, श्रीनगर के लिए बीर में, सरवाड़ के लिए सरवाड़ में, सावर के लिए सावर में, मसूदा के लिए खरवा में, जवाजा के लिए देलवाड़ा में तथा सिलोरा के लिए बावड़ी नर्सरी में पौध तैयार की जा रही है।

उन्होंने कहा कि पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण में 90 हजार 910 परिवारों को 7 लाख 27 हजार 280, श्रीनगर के 28 हजार 409 परिवारों को 2 लाख 27 हजार 272, सरवाड़ के 17 हजार 46 परिवारों को एक लाख 36 हजार 368, सावर के 22 हजार 727 परिवारों को एक लाख 81 हजार 816, मसूदा के 28 हजार 409 परिवारों को 2 लाख 27 हजार 272, जवाजा के 28 हजार 409 परिवारों को 2 लाख 27 हजार 272 तथा सिलोरा के 29 हजार 873 परिवारों को 2 लाख 38 हजार 984 पौधे वितरित करने के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली जाए।

उन्होंने कहा कि घर-घर औषधि योजना के संबंध में प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ऑरियन्टेशन गतिविधियां जुलाई माह के तृतीय सप्ताह में आयोजित हो। ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण के लिए वितरण केन्द्रों का चिन्हीकरण तुरंत प्रभाव से किया जाए। साथ ही प्रत्येक वितरण केन्द्र पर प्रभारी की नियुक्ति हो। नर्सरी से वितरण केन्द्र तक पौध पहुंचाने के लिए रूटमेप निर्धारित किया जाए। पौध के परिवहन के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। परिवहन एवं वितरण की उपखण्ड एवं पंचायत समिति स्तर की कार्ययोजना शुक्रवार तक निर्धारित कर ली जानी चाहिए। परिवहन एवं वितरण की औषधीय पौधों का वितरण के पश्चात पौधारोपण एवं देखभाल सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक फोलोअप सिस्टम विकसित किया जाए।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद्र शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी, वन विभाग के उप वन सरंक्षक सुनिल चिद्री सहित अधिकारी उपस्थित थे।

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