अजमेर (AJMER MUSKAN)। अग्रवालो को अब नाम का श्रेष्ठी नही, कम्प्यूटर के जमाने मे कर्म से भी श्रेष्ठी बनना होगा। यह उदगार समाजसेवी राजेन्द्र गोयल ने रविवार को श्री अग्रवाल वैवाहिक परिचय सम्मेलन समिति अजमेर द्वारा आयोजित अखिल भारतीय विवाह योग्य युवक-युवती आनलाइन परिचय सम्मेलन के उद्धाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए व्यक्त किये ।
गोयल ने कहा कि अग्रवाल जनो को सेठ या श्रेष्ठी के नाम से पुकारा जाता है श्रेष्ठी याने अग्रिम होता है, परन्तु कम्पयूटर के इस युग मे जब हमे बदलना है ओर तेजी से आधुनिक होना है तब हम पिछड़ रहे है । समिति द्वारा आज विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन अखिल भारतीय स्तर का ऑनलाइन परिचय सम्मेलन आयोजित करना इस बात का घोतक है कि अब समाज का युवा बदलने की कड़ी से जुड रही है । उन्होंने कहा कि देश भर से एक हजार युवक युवतीयों को वर्चुअल परिचय सम्मेलन से जोड़ कर प्रत्याशी को व उसके अभिभावकों को समिति ने घर बैठे अपने बच्चों के लिये बिना खर्च सैकडों प्रत्याशियों मे लसे जीवन साथी तलाश करने का मौका दिया है ।
श्री अग्रवाल वैवाहिक परिचय सम्मेलन समिति अजमेर द्वारा रविवार को आयोजित अखिल भारतीय परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया सम्मेलन का दीप प्रज्वल्लन कर नसीराबाद कंटेंटमेंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन समाजसेवी राजेंद्र गोयल ने शुभारंभ किया । इस अवसर पर जवाहर फाउंडेशन के शिव कुमार बंसल व अग्रवंशज संस्थान के राजेन्द्र प्रसाद मंगल विशेष अतिथि रहे ।
आयोजन समिति के सयोंजक भारत भूषण बंसल ने बताया कि सम्मेलन के लिए देश एवं विदेश से एक हज़ार विवाह योग्य युवक 9युवतियों के पंजीयन प्राप्त हुए थे । सभी प्रत्याशीयों का एक-एक कर ऑनलाइन परिचय कराया गया हैं। ऑनलाइन आज युवको के साथ युवतियों ने भी अपना स्वयं परिचय दिया ।
समिति के अध्यक्ष सुनील गोयल ने बताया कि परिचय के लिये 4 वर्ग बनाए गए थे जिसमे 18 से 25 वर्ष तक 25 से 30 वर्ष तक 30 से 35 वर्ष तक तथा 35 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रत्याशियों को वर्ग बना कर वर्ग वार परिचय कराया गया ।
समिति के संरक्षक सतीश बंसल ने बताया कि प्राप्त सभी 1000 प्रत्याशियों की ई - बुक का निर्माण संपादक अनुपम गोयल व संपादक समिति हेमंत गुप्ता, अमित गर्ग(श्रीया), राकेश गुप्ता, पंकज गर्ग के संपादन में किया गया है यह ई- बुक सभी प्रत्याशियों को निशुल्क उपलब्ध करवाई गयी हैं।
सम्मेलन का संचालन भारत भूषण बंसल, मनीषा गोयल माधुरी कंदोई, अलका गुप्ता व रचना गोयल ने किया । वहीं तकनीकी सहयोग गौरव गोयल, तरुण, प्रतीक मंगल, हेमंत अग्रवाल, अंशुल जिंदल व विनय मंगल का रहा । सम्मेलन में राजेंद्र प्रसाद मंगल, हनुमान गर्ग (श्रीया), विष्णु मंगल आदि भी उपस्थित रहे ।
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