एक साथ पांच न्यूरो, यूरो, कैंसर, कार्डियक व जी आई सर्जन ने दिया परामर्श
अजमेर (AJMER MUSKAN)। मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में रविवार को आयोजित निःशुल्क सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा जांच व परामर्श शिविर का अनेक रोगियों ने लाभ पाया। शिविर में एक साथ पांच चिकित्सा विशेषज्ञ न्यूरो, यूरो, कैंसर, कार्डियक व जी आई सर्जन ने रोगियों को निःशुल्क परामर्श दिया। शिविर सुबह दस से दोपहर एक बजे तक का था किन्तु दूर दराज से आए रोगी की कतार पहले ही लगना शुरू हो गई। कोरोना काल में लम्बे समय से लाॅकडाउन के चलते रोगी नियमित परामर्श भी नहीं ले पा रहे थे, उनकी तकलीफों का वे जैसे तैसे घर पर ही परम्परागत तरीक से उपचार कर रहे थे । उनके लिए यह शिविर बड़ा अवसर बना। शिविर में पहुंचकर उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों से निःशुल्क चिकित्सा परामर्श पाया साथ ही निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत तथा आॅपरेशन व प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट का लाभ भी उठाया।
शिविर में ब्रेन व स्पाइन रोग विशेषज्ञ डाॅ सिद्धार्थ वर्मा ने सिर व रीढ़ की हड्डी संबंधित रोगों पीड़ितों को, पथरी, प्रौस्टेट एवं मूत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ संतोष धाकड़ से प्रौस्टेट, गुर्दे व पेशाब की नली एवं पथरी की समस्या से ग्रसित मरीजों को, गैस्ट्रो एण्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जन डाॅ एस पी जिंदल से आहार नली, आॅंत, मलद्वार, लीवर, पैनक्रियाज, तिल्ली, पित्त की थैली व नली एवं मोटापा पीड़ित लोगों को, हार्ट एण्ड वास्कुलर सर्जन डाॅ विवेक रावत से हृदय की सभी तरह की बीमारियों से पीड़ित रोगियों को तथा कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ जितिन यादव से मुॅंह, गला, स्तन आदि सभी तरह के कैंसर से संबंधित रोगियों को लाभ मिला।
ब्रेन व स्पाइन रोग विशेषज्ञ डाॅ सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में लाॅक डाउन के चलते बहुत से रोगी अपने कमर का दर्द, सिर का दर्द आदि तकलीफों को भुगत रहे थे। बहुत से रोगियों ने फोन पर परामर्श लेने का भी प्रयास किया किन्तु उन्हें उतनी राहत नहीं मिली जितनी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि ब्रेन व रीढ़ की हड्डी के रोगियों को समय पर उपचार ना मिले तो वह बढ़ता ही जाता है। शिविर में ऐसे रोगियों को काफी लाभ मिला।
इसी तरह प्रौस्टेट, पथरी व पेशाब रोग विशेषज्ञ डाॅ सन्तोष कुमार धाकड़ ने बताया कि जिन रोगियों को पेशाब की नली व प्रौस्टेट से संबंधित समस्या होती है उन्हें भी समय पर उपचार की जरूरत होती है, लाॅकडाउन में यह संभव नहीं हो सका था। ऐसे बहुत से रोगी जिन्हें बार बार पेशाब आता है, पेशाब करने में जलन होती है, या पेशाब रुक रुककर आता है उन्होंने शिविर में पहुंच कर परामर्श लाभ उठाया।
कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ जितिन यादव ने बताया कि कैंसर रोगियों का तो नियमित परामर्श बहुत ही जरूरी होता है। शिविर में पहुंची महिलाओं को स्तन कैंसर, बच्चे दानी का कैंसर, त्वचा का कैंसर, मुंह का कैंसर आदि विभिन्न प्रकार के कैंसर से संबंधित परामर्श दिया गया।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि शिविर में जिस तरह से बड़ी संख्या में रोगियों ने पहुंचकर लाभ उठाया है उससे शिविर के आयोजन का उद्देश्य पूरा हुआ। उन्होंने बताया कि यह शिविर इसी मकसद से लगाया गया था जिससे कि कोरोना काल में नियमित परामर्श लाभ नहीं ले पाने वाले रोगी अपने चिकित्सक से फिर सम्पर्क में आ सकें। जरूरतमंद रोगियों को चिकित्सा परामर्श पहुंच सके। कोविड-19 दौर में लाॅकडाउन के रहते वे नियमित चिकित्सा परामर्श पाने से भी वंचित थे। उन्होंने बताया कि शिविर में पंजीयन कराने वालों को रोग से संबंधित आॅपरेशन एवं प्रोसीजर्स पर रियायत दी गई थी। ज्ञातव्य है कि रोगियों को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार सभी नियमों का पालन करते हुए चिकित्सा जांच व परामर्श प्रदान किया गया।
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