अजमेर (AJMER MUSKAN)। झूलेलाल चालिहा महोत्सव के अंतर्गत सर्व समाज सेवा संस्थान द्वारा झूलेलाल भवन चांद बावड़ी में झूलेलाल साईं को छप्पन भोग लगाया गया।
अध्यक्ष घनश्याम ठारवानी भगत ने बताया कि सिंधी समाज के इष्टदेव झूलेलाल साहब की स्तुति के लिए यह 40 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। अखंड भारत के सिंध प्रांत मे सिंधी समाज के लोगों द्वारा 40 दिन सिंधु नदी के किनारे पूजा अर्चना कर आराधना की गई थी, जिससे प्रसन्न होकर जल देवता द्वारा आकाशवाणी की गई थी कि वरुणावतार झूलेलाल के रूप में अवतार लेकर सिंधी समाज की रक्षा करेंगे। उन्हीं 40 दिनों की याद में झूलेलाल चालिहा महोत्सव मनाया जाता है। इन दिनों में सादगी के साथ सच्चाई से ईश्वर की उपासना की जाती है । प्रातः काल उठकर जल देवता, सूरज देवता की पूजा अर्चना कर जोत जगा कर दान पुण्य किया जाता है। ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया जाता है, व्रत समाप्ति के दिन झूलेलाल साईं की ज्योत जगा कर पंजड़े गाकर आरती पल्लव करके प्रसाद ग्रहण कर व्रत पूर्ण किए जाते हैं। जोत साहब को दरियाह में विसर्जित किया जाता है l छप्पन भोग के कार्यक्रम में समाजसेवी रमेश लखानी, ललित शिवनानी, मोहनदास, प्रकाश, जयकिशन गुरबाणी, भगवान वरलानी आदि का सहयोग रहा।
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