Ticker

6/recent/ticker-posts

ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह एक बार फिर कोविड कोट से सुरक्षित

अजमेर : टाटा पावर के खिलाफ बढ़ रहा हैं जन आक्रोश

अजमेर : ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह एक बार फिर कोविड कोट से सुरक्षित

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह अजमेर

अजमेर (AJMER MUSKAN)।
महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह शरीफ़ के खुलने के साथ ही जायरिनों का दरगाह आने का सिलसिला बढ़ने लगा।

कोरोना से बचाव और सुरक्षा के चलते दरगाह शरीफ़ की प्रबन्ध कमेटी, दरगाह कमेटी ने भी व्यवस्थाओ को चाक चौबंद करना शुरू कर दिया है। पहले चरण में सामाजिक दूरी, मास्क, साफ-सफाई, सैनिटाईज़र, हिदायती बोर्ड आदि की व्यवस्था की है वही इसी कड़ी में दरगाह शरीफ़ में एक खास किस्म का कोविड कोट स्प्रे करवाया गया है। यह स्प्रे उस स्थान पर एक विशेष तरह की सतह बना देता है। इस सतह की खास बात यह होती है कि अगर कोई कोरोना से प्रभावित व्यक्ति भी उस स्थान को छूता और उसके बाद कोई दूसरा उसे छूए तो उस पर इस वायरस का असर नहीं होता है और जहां पर यह स्प्रे कोट किया जाता है वह स्थान अगले 90 दिनों के लिए सुरक्षित हो जाता है। 

गौरतलब है कि इस पहले जब 07 सितंबर 2020 को दरगाह शरीफ़ कोरोना की पहली लहर के बाद खोला गया था, उससे पहले दरगाह कमेटी की ओर से दरगाह शरीफ़ में कोविड कोट स्प्रे करवाया गया था। जिस के लिए सभी ने इस कार्य को सराहा था। चूंकि दरगाह शरीफ़ में बड़ी संख्या में जायरीन आते हैं, ऐसे में सभी की सुरक्षा को देखते हुए कोविड कोट स्प्रे करवाया गया है। ताकि दरगाह शरीफ़ आने वाला जायरीन दूसरे को प्रभावित नहीं करें।

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह अजमेर

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह अजमेर

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ