अजमेर (AJMER MUSKAN)। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने उपखण्ड प्रशासन और चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए हैं कि जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत निर्देश दिए हैं कि जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के शत प्रतिशत व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाए। इसके लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है। जहां तक संभव हो व्यक्ति को उसके घर के नजदीक के केन्द्र पर ही टीका लगाया जाए।
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने वीसी के माध्यम से जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक व्यक्ति का बारी आने पर टीकाकरण आवश्यक रूप से कराया जाए। कोरोना टीकाकरण के अभियान के द्वितीय चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का टीकाकरण आरंभ किया गया था। जिले में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों की अनुमानित संख्या के अनुसार पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। इस आयु वर्ग के कई व्यक्तियों ने टीके की प्रथम खुराक ले रखी है। किसी कारणवश द्वितीय खुराक नहीं लेने वाले व्यक्तियों से सम्पर्क कर उन्हें निकटतम टीकाकरण केंद्र पर टीके लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। टीकाकरण स्थल के लिए स्थानीय आवश्यकता के अनुसार निकटवर्ती सुविधाजनक स्थान का चिन्हीकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में आरटीपीसीआर तथा एंटीजन टेस्ट कोरोना वाइरस के संक्रमण की पहचान के लिए किए जा रहे है। चिकित्सालयों में स्थित जांच केंद्राें को पर्याप्त मात्रा में टेस्ट किट उपलब्ध करवाए गए है। मरीज की दशा एवं तत्कालीन परिस्थियों के अनुसार आरटीपीसीअर अथवा एंटीजन टेस्ट किए जाए। जिले में आईएलआई लक्षणों वाले अधिकतम व्यक्तियों के सैंपल लेकर उनकी जांच की जाए। प्रारंभिक अवस्था में कोरोना संक्रमण की जानकारी मिल जाने से मरीज का उपचार आसानी से किया जा सकता है।
उन्हाेंने कहा कि जिले को ऑक्सीजन आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई स्तरों पर कार्य हुआ। इससे 26 ऑक्सीजन प्लांट, बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसनट्रेटर एवं सिलेण्डर उपलब्ध करवाए गए। वर्तमान में अधिकतर चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन बैड की सुविधा उपलब्ध है। क्षेत्र के लिए स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में समय-समय पर प्रगति की समीक्षा की जाए। चिकित्सा संस्थानों को प्रदान किए गए ऑक्सीजन कंसनट्रेटर करा अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो। ऑक्सीजन सिलेण्डर तथा रेगुलेटर के उपयोग की मॉनिटरिंग भी आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से समस्त पात्र परिवारों का स्वास्थ्य बीमा किया जा चुका है। इस योजना से बीमित व्यक्ति राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में अपना उपचार करवा सकता है। परिवार को अधिकतम पांच लाख की राशि तक का उपचार सुलभ रहेगा। जिले में इस योजना से अधिकतम व्यक्तियों को जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को भविष्य में होने वाली किसी भी बीमारी में निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने के लिए यह आवश्यक है। उपचार होने के पश्चात पैकेज की राशि का क्लेम समय पर जनरेट किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिले में बुखार, जुकाम एवं खासी के मरीजों की प्रारम्भिक स्तर पर पहचान करने के लिए घर-घर सर्वे अभियान चलाया गया था। इसका तीसरा चरण वर्तमान में चल रहा है। इस सर्वे अभियान में मौके पर ही बीमार व्यक्तियों को चिकित्सा विभाग द्वारा तैयार किए गए मेडीकल किट दिए गए थे। इसके कारण बीमार व्यक्ति गंभीर होने से बच सके। आवश्यकता होने पर अभियान के आगामी चरण भी चलाए जाएंगे। इसके लिए पर्याप्त तैयारी सुनिश्चित की जाए।
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