अजमेर (AJMER MUSKAN)। रेल संग्रहालय को और भी उन्नत बनाते के लिए गुरुवार से आमजन के अवलोकन हेतु खोल दिया गया है | यह रेल म्यूजियम आमजन हेतु अवलोकन के लिए आगामी 15 दिनों तक टॉय ट्रेन के अलावा निःशुल्क रखा गया है | टॉय ट्रेन का सामान्य शुल्क देकर आमजन इसका आनंद ले सकेंगे |
4 मार्च 2019 को माननीय सांसद राज्यसभा भूपेंद्र यादव के द्वारा अन्य गणमान्य अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में इस रेल म्यूजियम (रेल संग्रहालय) का शुभारंभ किया गया था। जो की कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते बंद था जिसे गुरुवार से आमजन हेतु खोल दिया गया है ।
अजमेर मंडल की महान ऐतिहासिक विरासत को और संरक्षित करने व आमजन को भारतीय रेल की समृद्व विरासत से परिचित करवाने के लिये रेलवे द्वारा अजमेर में नसीराबाद रोड स्थित पुरानी विद्युत उत्पादन इकाई में यह "रेलवे संग्रहालय" स्थापित किया गया है। यह म्यूजियम 15795 वर्ग मीटर परिसर में फैला है | रेल म्यूजियम को नगर निगम अजमेर के सहयोग से शहरी विकास मंत्रालय की "हृदय" योजना के तहत वित्तपोषित किया गया है।
रेल म्यूजियम (रेल संग्रहालय) का उद्देश्य अजमेर मंडल सहित भारतीय रेल की विरासत और समृद्ध विरासत को संरक्षित करना है और इसे व्यापक रूप से दर्शकों के लिए प्रदर्शित करना है। यह रेल संग्रहालय अजमेर निम्नलिखित उद्देश्यों को मुख्य रूप से प्रदर्शित करता है:
1. अजमेर मंडल का इतिहास, उनका बुनियादी ढांचा और उनकी वृत्तचित्र और ग्राफिक विरासत।
2. 1870 के दशक से अजमेर और देश में रेलवे संचालन का इतिहास ।
3. लोकोमोटिव, कोच, वैगन और अन्य उपकरणों सहित भारत में रेलवे का प्रगतिशील तकनीकी विकास ।
4. भारत में रेलवे का काम और काम करने की स्थिति ।
5. भारत के सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय इतिहास पर रेलवे का प्रभाव ।
6. भारत के इतिहास में भारतीय रेलवे का योगदान ।
रेल संग्रहालय परिसर में आकर्षण का केंद्र एक टॉय ट्रेन है जिसके लिए मीटर गेज का ट्रैक बिछाया गया है | इस टॉय ट्रेन को मीटर गेज की 5 पुश ट्रॉलियों से बनाया गया है | रेल म्यूजियम में 3-डी प्रभावों के साथ कैनवास पर बनाई गई सिनोग्राफी, साइनेज, सबसे पुराने भाप इंजन का मॉडल, विश्व युद्ध के समय राजपुताना –मालवा रेलवे का मॉडल और राजस्थान के तीर्थ स्थानों के मार्ग, "रेलवे की प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग" आदि पर आधारित इंटरैक्टिव मॉडल सहित अन्य ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएं प्रदर्शित की गयी है | इसके इंडोर संग्रहालय में भी विभिन्न प्रकार की एतिहासिक कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है जैसे ग्लास केस के साथ वुडन टेबल, लकड़ी की मेज, लेथ मशीन, हाथ प्रेस मशीन, रोस्टेन स्लॉट मशीन आदि का प्रदर्शन प्रदर्शन किया गया है जिनके माध्यम से भारतीय रेल की विरासत का प्रदर्शन किया गया है । |
मंडल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका के अनुसार यह रेल म्यूजियम भारतीय रेल की समृद्व विरासत का प्रतीक हैं। रेल प्रशासन आने वाले समय में इस रेल म्यूजियम में और अधिक सुविधाएँ व गतिविधिया बढ़ाने हेतु प्रयासरत है| अजमेर की जनता का इस रेल म्यूजियम के माध्यम से न केवल मनोरंजन होगा अपितु रेलवे से सम्बब्धित जानकारी भी बढ़ेगी।
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