Ticker

6/recent/ticker-posts

अजमेर में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरजाघर को खोलने की अनुमति हो : कुरैशी


धार्मिक नगरी अजमेर शरीफ व पुष्कर में सर्वधर्म प्रतिनिधियों द्वारा सरकार से की गई मांग

अजमेर (AJMER MUSKAN)। विश्व विख्यात अजमेर शरीफ और तीर्थराज पुष्कर राज के लोगो का व्यवसाय पूर्णतः पर्यटन पर अधारित होने के कारण लोगों के सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। अजमेर की ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह, जगत पिता ब्रह्मा मन्दिर, पुष्कर राज, सोनी जी की नसियां, साई मन्दिर, बारादरी आदि स्थलो के खोले जाने पर पर्यटको जायरीनो के आवागमन पर ही व्यापारियों और पुरोहितों का व्यवसाय चलेगा। जन सेवा समिति अजमेर, आॅल इण्डिया कौमी एकता कमेटी, अखिल भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट, अजयमेरू सेवा समिति, राजावीर साहिब दरबार समिति, बाबा दीप सिंह सेवा ट्रस्ट, पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर, हरि ओम काॅलोनी विकास समिति, व्यापारिक ऐसोसिएशन गंज, श्री संकट मोचन बालाजी सेवा समिति, श्री बाल भैरव विकास समिति, आर्य समाज, पुरोहित संगठन, अजमेर जिला कैटरिंग ऐसोसिएशन, अजयमेरू जिला फोटोग्राफर्स संस्था के सर्वधर्म पदाधिकारियों द्वारा राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और प्रमुख शासन सचिव निरंजन आर्य से मांग की है कि शीघ्र से शीघ्र धार्मिक स्थलों को खोला जाए । 

सर्वधम्र प्रतिनिधियो ने अनलाॅक के अन्तर्गत रात्रि में ही कर्फ्यू लगाकर दिन में व्यवसायिक गतिविधियो को जारी रखने की अनुमति प्रदान की जाये। गिरीश बाशानी, बदरुद्दीन कुरैश, अनवर हुसैन घोसी, पण्डित दिनेश शर्मा गुरू, महंत टहलगिरी गोस्वामी, सरदार बलबीर सिंह, पंडित जागेश्वर निर्मल, रमेश लालवानी, पंडित दामोदर दाधीच, अशोक बुन्देल, अनवर हुसैन घोसी, रवि आडवानी, शराफत हुसैन घोसी, राकेश जैन, दिनेश यादव, गोविन्द लालवानी, राजेश चौरसिया, किशोर विधानी, पुखराज जंगम सहित अन्य ने अनलाॅक में बाजारो को दिन में खोलने की अनुमति देते हुए कोरोना गाईड लाईन का पालन करवाने की बात पर जोर दिया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ