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अजमेर : धर्म स्थलों को शीघ्र खोलें नहीं तो व्यापारी स्थलों के बाहर कटोरे लेकर भीख मांगेगे


श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियों ने दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट पर किया प्रदर्शन    

अजमेर (AJMER MUSKAN) । सरकार द्वारा शीध्र ही धर्म स्थलों को खोलने के आदेश जारी नहीं किये जाने पर श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा धर्म स्थलो के बाहर कटोरे लेकर भीख मांगने के कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। शनिवार को श्री अजमेर व्यापारिक महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा महासंघ के उपाध्यक्ष जोधाराम टेकचन्दानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेन्द्र बंसल, अशोक दुल्हानी मामा, उपाध्यक्ष भागचन्द दौलतानी, सुरेश तम्बोली, सागर मीणा और महासचिव रमेश लालवानी के नेतृत्व में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के मुख्य द्वार के पास प्रदर्शन कर सरकार को सद्बुद्धि देने राजस्थान के समसत धर्मस्थलो को शीध्र खोलने की मांग की गई। 

इस अवसर पर जोधा टेकचन्दानी ने कहा कि दुकाने तो खुली है परन्तु ग्राहक नहीं है। जोधाराम ने बताया कि पिछले लगभग 18 माह से यह स्थिति है व्यापारी नहीं है। अशेक दुल्हानी मामा और सागर मीणा ने कहा कि अजमेर स्मार्ट सिटी का और पुष्कर राज का व्यवसाय पर्यटको और जायरीनो पर ही आधारित है। इसलिए समस्त धर्म स्थानों को शीध्र से शीध्र खोले जाने के आदेश प्रदान किये जाने चाहिये। महासंघ के उपायक्ष वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेन्द्र बंसल और भागचन्द दौलतानी ने कहा कि पर्यटको और जायरीनो के अभाव में दुकानो को खोलने का कोई महत्व नहीं रह जाता है। इसलिए जब तक समस्त धर्म स्थलो मन्दिर मस्जिद गुरूद्वारा को खोलने की इजाजत नहीं दी जाती तब तक व्यापार नहीं हो सकता। महासचिव रमेश लालवानी ने दिन का लाॅकडाउन हटाये जाने की मांग की और बताया कि महासंघ के नेतृत्व में व्यापारियो द्वारा जिलाधीश कार्यालय पर धरना दिया जायेगा। सुरेश तम्बोली  ने बताया कि महासंध द्वारा शीध्र ही समस्त धर्म स्थलो के बाहर कटोरे लेकर भीख मांगने का कार्य किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि विश्व विख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की नगरी अजमेर एवं जगत पिता ब्रह्मा की नगरी पुष्कर राज के व्यापारियों का व्यवसाय पर्यटको और जायरीनो पर आधारित होने के कारण पिछले डेढ साल से अधिक समय से रेलों का पूर्णतः संचालन नहीं होने से व्यापारियों का व्यवसाय ठीक प्रकार से नहीं चल रहा है।

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