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वन एवं पर्यावरण मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

अजमेर : वन एवं पर्यावरण मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा


औषधीय पौधों का महत्व बताने पर दिया जोर

अजमेर (AJMER MUSKAN)। वन, पर्यावरण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता मामलात राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने बुधवार को विभागीय कार्यों की समीक्षा करने के उपरांत अधिकारियों को औषधीय पौधों का महत्व आमजन को समझाने के निर्देश दिए।

वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने मुख्य वन संरक्षक कार्यालय में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में अजमेर संभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। मुख्य वन संरक्षक श्री महेश चंद्र गुप्ता ने विभाग के कार्यों से अवगत कराया। घर-घर औषधी योजना के माध्यम से गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा एवं कालमेघ के पौधे जिले में वितरण करने के संबंध में चर्चा की। घर-घर औषध योजना को सफल बनाने के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से विभिन्न विभागों में समन्वय स्थापित किया जाएगा।

विश्नोई ने कहा कि घर-घर औषध योजना के माध्यम से औषधीय पौघों का वितरण एवं रोपण सुनिश्चित करने के लिए रोड़मेप तैयार किया जाए। आगामी एक सप्ताह में वितरण के लिए रूप चार्ट बनाया जाएगा। औषधीय पौधों का नर्सरी से विभिन्न स्थानों तक परिवहन के लिए प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। शहरी क्षेत्र में नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के साथ समन्वय स्थापित कर वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए गांवों एवं वार्डों का चिन्हीकरण किया जाएगा। इन क्षेत्रों में पौधों को सुरक्षा के साथ रखवाने के लिए वितरण केन्द्र का स्थान निर्धारित किया जाए। पौधों का रोपण एवं सार-संभाल सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रभारी नियुक्त किए जाए। इसके साथ-साथ मानसून के समय प्रतिवर्ष वितरित किए जाने वाले सामान्य पौधों पर भी कार्य किया जाए।

उन्होंने कहा कि आमजन को औषधीय पादपों का महत्व बताए जाने की आवश्यकता है। इस संबंध में जागरूकता पैदा हो जाने पर वे स्वयं इनका संरक्षण एवं उपयोग आरंभ करेंगे। कोरोना काल में गिलोय का उपयोग अधिकतर व्यक्तियों ने रोग प्रतिरोधकता क्षमता बढ़ाने के लिए किया था। इससे आमजन औषधीय पौधों की और आकर्षित हुआ है। इन पौधों के संबंध में जागरूकता पैदा कर अभियान चलाया जाना आवश्यक है। इससे प्रत्येक व्यक्ति इनके महत्व को देखते हुए अपने घरों में रोपित करने के लिए लालायित हो जाए।

उन्होंने कहा कि वन्य जीव अपराध के बकाया प्रकरणों का निस्तारण किया जाए। शिकारियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। मुख्य वन संरक्षक द्वारा चारों जिलों में इस प्रकार के पुराने प्रकरणों की समीक्षा की जाएगी। वन संपदा की चोरी करने वालों की चार्ज शीट तुरंत प्रस्तुत की जाए। इसी प्रकार विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही के प्रकरणों को भी निस्तारित किया जाए। वन क्षेत्र में अवैध खनन कड़ाई से रोका जाए।

इस अवसर पर उप वन संरक्षक अजमेर सुनील चिद्री, भीलवाड़ा डी.पी. जागावत, टोंक श्रवण रेड्डी, नागौर ज्ञानचंद मकवाना सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।


किया पौधारोपण साइट एवं नर्सरी का निरीक्षण

वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने अजमेर में पौधारोपण साइट एवं नर्सरी का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने किशनगढ़ रेंज के सामरिया हरदा में पौधारोपण किया। वहां पौधारोपण कार्य का निरीक्षण भी किया। किशनगढ़ बावड़ी नर्सरी में घर-घर औषध योजना के लिए तैयार पौधों का मौका मुआयना किया।


जनप्रतिनिधियों से की चर्चा

राज्य मंत्री विश्नोई ने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों के साथ वन एवं पर्यावरण से संबंधित विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर महेन्द्र सिंह रलावता एवं पुष्कर के ताराचंद गहलोत सहित स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।


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