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नरेंद्र मोदी के 7 साल का कार्यकाल भारत के इतिहास में काला अध्याय : अजमेर कांग्रेस


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान महासचिव शिव कुमार बंसल, अशोक बिन्दल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेंद्र गोयल, सचिव सागर मीणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के 7 साल को भारत के इतिहास में काला अध्याय बताया है ।

कांग्रेसियों ने वक्तव्य जारी कर बताया कि केंद्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर  विफल रही हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों एवं  महिलाओं पर अत्याचार में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2021 में आज भारत कहां खड़ा है, आम भारतीय किस स्थिति में हैं, इसका आकलन मोदी सरकार के 7 साल के कामकाज का मूल्यांकन हो सकता है ।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी के शासन काल में जीडीपी की विकास दर घटती चली गई और देशवासियों पर राष्ट्रीय कर्ज बढ़ता चला गया रोजगार देने के मामले में भी मोदी सरकार फिसड्डी साबित हुई है, बात रोजगार छीने जाने तक जा पहुंची है स्थिति एक ही गत 7 वर्षों में बेरोजगारी दर दोगुना हो चुकी हैं। 

उन्होंने बताया कि नरेंद्र मोदी के शासनकाल में के शुरुआती साल में आर्थिक विकास दर स्थित रही लेकिन बाद के वर्षों में यह लगातार गिरती चली गई 2014 में आर्थिक विकास दर 7.4 प्रतिशत थी लेकिन नोटबंदी के बाद से देश की अर्थव्यवस्था  का चक्र  उल्टा घूमने लगा और आर्थिक विकास दर मैं लगातार  गिरावट जारी है और यह 2018 में 7.04 प्रतिशत 2019 में 6.11 प्रतिशत एवं 2020 में 4.18 प्रतिशत के स्तर पर लुढ़क चुकी हैं। 

उन्होंने बताया कि किसी देश की स्थिति का आकलन का मुख्य आधार  भुखमरी का सूचकांक है जिसे ग्लोबल हंगर इंडेक्स कहते हैं 2014 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत का स्थान76 देशों के बीच 55 वां था।2020 में 107 देशों के बीच भारत का स्थान 94 वां हो गया है और 1 साल बाद 2021 में इसको इसमें और गिरावट आ गई है भारत 2021 में 117 देशों के बीच 102 वे स्थान पर पहुंच गया है। 

कांग्रेसियों ने बताया कि भारत पर राष्ट्रीय कर्ज आज 2. 62 ट्रिलियन डॉलर है स्रोत स्टेटिस़्टा डॉट कॉम के  अनुसार यह आंकड़ा भारत की जीडीपी 2. 7 ट्रिलियन डॉलर के लगभग बराबर पहुंच गया है 2015 में भारत पर राष्ट्रीय कर्ज 1.28 ट्रिलियन डॉलर था इसका मतलब साफ है कि जिस गति से कर्ज में बढ़ोतरी हुई है वह जीडीपी में बढ़ोतरी से कहीं अधिक तेज है। जीडीपी और कर्ज का अनुपात 89. 56 चुका है !

कांग्रेसियों ने चिंता व्यक्त की कि भारतीय मुद्रा में लगातार गिरावट को देखते हुए यह कर्ज बहुत बड़ा सिरदर्द है ! डॉलर के मुकाबले रुपए बीते 7 साल में 13.11 रू कमजोर हुआ है।  2014 में 1डॉलर की कीमत 62.33 ₹ थी आज यह  75.44  रू है ! मुद्रा के कमजोर होने का मतलब यह है कि विदेश से लिया हुआ कर्ज महंगा हो गया हैं। 

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. संजय पुरोहित, महासचिव डॉ. जी एस बुंदेला, जिला अध्यक्ष डॉ. मयंक शुभम, डॉ. सतीश शर्मा, डॉ. सुरेश गर्ग, डॉ. मंसूर अली ने भी भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 7 साल को भारत के इतिहास में काला अध्याय बताया है। 

अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान उपाध्यक्ष कुलदीप कपूर, फकरे मोइन, महासचिव आरिफ हुसैन, महेश चौहान, मामराज सेन, आनंद भडाना, पार्षद द्रोपदी कोली,  तुषार सिंह यादव ने बताया की मोदी सरकार के 7 साल के कार्यकाल मैं भारत की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है और सोने की चिड़िया कहलाने वाला भारत आज भुखमरी की मार झेल रहा है।

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