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अजमेर : सैटेलाइट और पंचशील अब होंगे डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल

बुधवार से शुरू होगी कोरोना के कम गंभीर मरीजों की भर्ती

जेएलएन अस्पताल होगा क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
कोरोना संक्रमण की गंभीर होती स्थिति और कोरोना मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ने बड़ा फैसला किया है। अब अजमेर शहर के दोनो कोनों पर स्थित सैटेलाईट अस्पताल व पंचशील सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह सुविधा 28 अप्रैल बुधवार से शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ जेएलएन अस्पताल को विशुद्ध रूप से क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां पूरे संभाग से कोरोना के गंभीर रोगियों को उपचार मिलेगा। 

राजकीय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि वर्तमान में जेएलएन में पूरे संभाग के कोविड मरीजों के लिए 24 घंटे आउटडोर, इन्डोर तथा टेस्टिंग की सुविधा नियमित दी जा रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या एवं उनकी सुविधा के लिए आदर्शनगर स्थित राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय तथा पंचशील स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को डेडीकेटड कोविड हॉस्पीटल के रूप में तैयार किया जा रहा है। यहां बुधवार 28 अप्रैल से सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी। 

उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोविड के 80 प्रतिशत मरीज या तो बिना लक्षण हैं या माईल्ड सिम्प्टोमेटिक है, जिन्हें होम क्वेरेंटाईन किया जा रहा है तथा वे सभी ठीक हो रहे हैं। इन सभी 80 प्रतिशत मरीजों को सामान्यतया ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ रही है। इसी तरह 17 प्रतिशत मरीज मोडरेट बीमारी के होते हैं, जिनका लो फ्लो ऑक्सीजन पर घर पर या सामान्य चिकित्सालय में इलाज किया जा सकता है। शेष 3 प्रतिशत मरीजों को गंभीर किस्म के लक्षण होते हैं तथा कॉम्प्लीकेशन होने का डर रहता है। इन 3 प्रतिशत मरीजों का उपचार क्रिटिकल हॉस्पीटल में किया जाता है। जिसमें समस्त गंभीर रेफर्ड केसेस भी शामिल है।

डॉ. जैन ने बताया कि सैटेलाइट और पंचशील सीएचसी में शुरू होने जा रहे डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल में भी पूर्ण सुविधा रहेगी। इनमें मरीजों के लिए ओपीडी, जांच व एडमिशन की सुविधा रहेगी। भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं, ऑक्सीजन तथा जरूरत पड़ने पर वैंटीलेटर की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। आरटीपीसीआर की टेस्टिंग भी दोनो केन्द्रों पर उपलब्ध रहेगी।

इन नवाचारों से जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय पर अनावश्यक दबाव कम होगा तथा गंभीर मरीजों की देखभाल में गुणात्मक सुधार हो सकेगा। दोनो डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल तैयार होने से शहर में कोविड बैड की संख्या भी बढ़ जाएगी। इससे शहर तथा संभाग के मरीजों को अधिक लाभ हो सकेगा।

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