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विश्व के अनेक देशों में बोली जाती है सिन्धी भाषा : दिलीप बिनयानी

सिन्धू ज्योति सेवा समिति द्वारा वरिष्ठ नागरिक 75 वर्षीय जयकिशन वतवानी का अभिनन्दन 


अजमेर (AJMER MUSKAN)।
सिंधु ज्योति सेवा समिति के तत्वावधान में विश्व मातृ भाषा दिवस के अवसर पर पहाड़ गंज स्थित कृष्ण कन्हैया काॅलोनी में समिति के कोषाध्यक्ष दिलीप बिनयानी के कार्यालय में वरिष्ठ नागरिक जयकिशन वतवानी का अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर मातृ भाषा सिन्धी के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए दिलीप बिनयानी ने बताया कि आज में विश्व के अनेक देशो में सिन्धी भाषा बोली जाती है। सिंधु ज्योति सेवा समिति के अध्यक्ष विख्यात गायक कलाकार मंघाराम भिरयानी ने शुद्व सिन्धी भाषा के पाकिस्तान में बोले जाने और प्रयोग की जानकारी दी एवं सिंधियत के पाकिस्तान में यात्रा के संस्मरण सुनाये। 

सिन्धी भाषा के विशेषज्ञ राजेश झूरानी ने बताया कि आज भी सिन्ध पाकिसतान एवं उसके आस पास के अनेक देशो में अनेक प्रकार के सिन्धी चैनल, नाटक, हास्य कार्यक्रम, स्टेज कार्यक्रम, भक्तिरस के रंगारंग कार्यक्रमो का सिन्धी भाषा में प्रयोग किया जाता है। पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव एवं सिन्धू ज्योति सेवा समिति के प्रचार संचिव रमेश लालवानी ने बताया कि सिंध के निवास करने वालो को सिन्धी कहा जाता है और बताया कि सिन्धी मातृ भाषा को भारत सरकार द्वारा 10 अप्रेल 1967 को संविधान की आठवी अनुसूचि में सम्मलित किया गया था। रमेश लालवानी ने बताया कि भारत में सिन्धी भाषा धीरे धीरे लुप्त होती नजर आ रही है इसके लिए स्वंय सिंधी समाज ही जिम्मेदार है। 

अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष एवं सिन्धू ज्योति सेवा समिति के किशोर विधानी ने बताया कि समिति के वरिष्ठ नागरिको के सम्मान में 75 वर्षीय जयकिशन वतवानी का माला पहनाकर, शाॅल पहनाकर, स्मृति चिन्ह प्रदान कर, साहित्य प्रदान कर अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर समाज सेवी जयकिशन वतवानी, प्रकाश छबलानी, दिलीप बिनयानी, राजेश झूरानी, किशोर विधानी, रमेश लालवानी, मंघाराम भिरयानी तथा अन्य ने विश्व मातृ भाषा दिवस के अवसर पर सिन्धी भाषा सम्बंध में अपने अपने विचार व्यक्त किये।

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