अजमेर (AJMER MUSKAN)। महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक हेमंत माथुर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के बचाव के लिए चलाए जा रहे जागरूकता अभियान में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभाएं।
उपनिदेशक माथुर जवाहर फाउंडेशन पूर्वांचल जन चेतना समिति एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से औपचारिक बातचीत कर रहे थी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण से मास्क ही बचाव है तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आम लोगों को जागरूक करने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा चलाए गए आंदोलन में सक्रिय सहभागिता निभाए।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के बचाव के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गांव गांव ढाणी ढाणी जाकर आम लोगों को नो मास्क नो एंट्री के बैनर पोस्टर लगाकर जागरूक करेंगे एवं जरूरतमंदों को मास्क वितरित करेंगे।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के प्रोटोकॉल अधिकारी आलोक जैन ने कहा कि कोरोना महामारी में खुद की रक्षा करने से ही औरों की रक्षा संभव है। लेकिन एक संक्रमित व्यक्ति बड़ी संख्या में अन्य लोगों की जान को जोखिम में भी डाल सकता है। ऐसे में, कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में सभी लोग मिलकर ही कामयाब हो सकते हैं।
उन्होंने आव्हान किया कि सभी लोग सार्वजनिक स्थानों, सड़कों, बाजारों, कार्यस्थलों, धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक परिवहन के साधनों, सामाजिक आयोजनों आदि में ’नो मास्क, नो एन्ट्री’ का संकल्प लें और स्वयं ही इसकी पालना सुनिश्चित करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे प्रभावी तरीका है। कोरोना महामारी की स्थिति में भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनने, उचित दूरी रखने और अन्य हैल्थ प्रोटोकॉल की प्रभावी अनुपालना करें।
कार्यक्रम के संयोजक एवं पूर्वांचल जन चेतना समिति के महासचिव शिव कुमार बंसल ने बताया कि कार्यक्रम में आज महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक हेमंत स्वरूप माथुर जिला प्रशासन अजमेर के प्रोटोकॉल अधिकारी आलोक जैन जवाहर फाउंडेशन के प्रभारी रजनीश कुमार एवं पूर्वांचल जन चेतना समिति के अध्यक्ष राजेंद्र गोयल के नेतृत्व में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जागरूकता किट वितरित किए गए जिसमें नो मास्क नो एंट्री के बैनर पोस्टर मास्क एवं सैनिटाइजर दिए गए।
इस अवसर पर जवाहर फाउंडेशन के सबा खान, तुषार सिंह यादव, सौरभ यादव, लोकेश चारण, डॉ. राकेश कटारा, बाल विकास परियोजना अधिकारी विमलेश डेदानी, सांख्यिकी इन्स्पेक्टर मंजू शिवनानी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी सरोज मकवाना, अब्दुल मुबीन, चंद्रेश गोयल, सुमन कुमारी, सुशीला गहलोत आदि उपस्थित थे।
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