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सिन्धी पुराने गीत-भजन कार्यक्रम का किया आयोजन

खूबचन्दानी दम्पति किया अभिनंदन

खूबचन्दानी दम्पति किया अभिनंदन   

अजमेर (AJMER MUSKAN)। सिंधु ज्योति सेवा समिति के तत्वावधान में पूज्य झूलेलाल साहिब के चालीहो के समापन के अवसर पर आयोजित सिन्धी गीत संगीत एवं भक्तिरस के कार्यक्रम अजयनगर नेहरू नगर साई बाबा काॅलोनी में आयोजित भक्तिरस के कार्यक्रम में विख्यात गायक कलाकार सिन्घू ज्योति सेवा समिति के अध्यक्ष मंघाराम भिरयानी ने सिन्धी गीतो में झूलेलाल जे दर ते कोई भागन वारो अचेए, भागन वारो अचे नसीब वारो अचेए.... हीअ जोड़ी मजेदार कींअ पई मौज मचाऐ, एदाडी सुठी आहे दाडी वणे पेईए.... सिन्धी माण्हू सुहिणा टिडन त गुलाब वांगुर... सहित अन्य सिन्धी गीत, भजन सुनाये। 

विख्यात गायक कलाकार राम खूबचन्दानी ने मास्टर चन्द्र का गीत तुहिंजे शहर में आयस किस्तम सां सुनाया.... और पल्लव प्रार्थना से संयुक्त परिवार का महत्व बताया। सिन्धु ज्योति सेवा समिति की प्रचार कमेटी के संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि सिन्धू ज्योति सेवा समिति द्वारा किये जाने वाले वरिष्ठ नागरिको के सम्मान में 72 वर्षीय राम खुबचन्दानी एवं उनकी पत्नी देवी खूबचन्दानी दम्पति का नोटो की माला पहनाकर शाॅल पहनाकर, स्मृति चिन्ह प्रदान कर साहित्य प्रदान कर केक खिलाकर मुह मीठा करवाकर अभिनन्दन किया। 

इस अवसर पर समाज सेवी जयकिशन वतवानी, धनश्याम गुवालानी, प्रकाश छबलानी, राजू जोधानी, रमेश लालवानी, दिलीप बिनयानी, राजकुमार सतवानी, कमल लालवानी, नानक गजवानी, प्रकाश मंशानी आदि ने पल्लव प्रार्थना और झूलेलाल के पंजड़ो और "जीये सिन्ध सिन्ध वारा जीअन सिन्धी बोली अजरक वारा जीअन" जीअे मुंहिजी सिन्ध मां त धोरियां पहिंजी जिन्द पर झूमकर" सिंधयत को याद किया।

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