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कोरोना से भय के अंत का अजमेर में हुआ आरंभ




मित्तल हाॅस्पिटल में शुरू हुआ कोरोना से बचाव का टीकाकरण
वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ बलराम चैधरी के लगा पहला टीका
हाॅस्पिटल के सीईओ एस के जैन, वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी ने दी सभी लाभार्थियों को शुभकामनाएं

अजमेर (Ajmer muskan)। आखिर वह समय आ ही गया जिसका देश भर में जन जन को बेसब्री से इंतजार था। शनिवार, 16 जनवरी 2021, इतिहास का हिस्सा बन गया जब राजस्थान के अजमेर जिले में कोरोना वायरस से बचाव और बेफिक्री का बहुप्रतीक्षित टीका लगना शुरू हो गया। अजमेर संभाग के पहले एनएबीएच मान्यता प्राप्त मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर एक उत्सव के रूप में कोरोना वायरस से बचाव का पहला टीका वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ बलराम चैधरी के लगाया गया। इसके बाद तकरीबन एक सौ फ्रंट लाइन वर्कर्स ने यह टीका लगवाया। अजमेर में 12 स्थानों पर टीकाकरण शुरू हुआ है। इनमें मित्तल हाॅस्पिटल अकेला निजी क्षेत्र का है अन्य 11 कोविड-19 टीकाकरण केंद्र राजकीय चिकत्सा संस्थान है। इन संस्थानों में कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसका पहला डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरा डोज भी लगाया जाना है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपस्थित प्रतिनिधि कोविड-19 प्रभारी डाॅ राजेश शर्मा, डाॅ आर सी यादव, मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस के जैन, वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी, एजीएम विजय रांका अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डाॅ दीपक अग्रवाल, नर्सिंग अधीक्षक राजेन्द्र गुप्ता सहित हाॅस्पिटल के अधिकारियों ने टीका लगवाने वाले पहले सौ फ्रंट लाइन वर्कर्स को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

टीकाकरण करा चुकी फ्रंट लाइन वर्कर्स हाॅस्पिटल की हाऊस कीपिंग स्टाफ सरला ने कहा कि अब वह बेफिक्र हो कर अपनी ड्यूटी कर सकेगी। आज से पहले वह ड्यूटी तो बखूबी निभाती थी फिर भी मन में डर बना रहता था। आज वैक्सीन लगवाने के बाद तमाम चिंता मिट गई। इसी तरह एक अन्य स्टाफ मोली आर्थर ने बताया कि उसने कोविड-19 के उस दौर में काम किया है जब कोरोना रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही थी। उन्होंने बताया कि वह कोरोना रोगियों की सेवा से कभी नहीं डरी। क्यों कि बीमार तो वैसे भी हो ही जाते हैं। आज वैक्सीन लगाने पर वह खुश है कि उसकी वजह से अब अन्य सभी परिवारजन भी भय मुक्त हो जाएंगे।

हाॅस्पिटल की इंफेक्शन कंट्रोल नर्स एलिजाबेथ ने बताया कि शनिवार का दिन हाॅस्पिटल स्टाफ के लिए खुशी लेकर आया है। सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स जो भी पिछले मार्च माह से जब से कोरोना वायरस का अटैक हुआ है कोरोना पाॅजिटिव रोगियों की तिमारदारी में जी जान से लगे हुए थे। सभी स्वयं तो तनावग्रस्त थे ही उनके साथ उनके परिवारजन भी दहशत में रहा करते थे। हाॅस्पिटल में काम करते हुए उनमें से अनेक साथी कोरोना वायरस अटैक से प्रभावित भी हुए। आज उन सभी के वैक्सीन लगना शुरू हो गई है तो कोई भी शांत नहीं रह पा रहा। सभी उत्साहित हैं और कोरोना के भय मुक्त होने की खुशी मना रहे हैं।

मित्तल हाॅस्पिटल में शनिवार को उत्सव सा माहौल लगा। सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स जिनमें हाॅस्पिट के नर्सिंग स्टाफ, हाऊस कीपिंग स्टाफ, ड्राईवर्स, शिफ्ट इंचार्ज, सुरक्षा गार्ड, फ्रंट आॅफिस स्टाफ, अधिकारीगण, चिकित्सक, आदि शामिल हैं, कोरोना से बचाव और उससे भय मुक्ति पाने के हर पल को खुल कर जीने की चाहत के साथ उमंग से भरे नजर आए। सभी अपनी बारी का इंतजार करते और कोरोना का टीका लगवाने के बाद एक दूसरे से स्वास्थ्य हाल जानते नजर आए। मित्तल हाॅस्पिटल प्रंबधन की ओर से सीनियर नर्सिंग कर्मियों की पूरी टीम मुस्तैदी से तैनात कर रखी थी। 

यहां गौरतलब है कि टीकाकरण के दौरान सरकार की ओर से जारी कोविड-19 टीकाकरण गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया गया। टीका लगवाने वाले वर्कर्स को टीका लगवाने से पहले और बाद में बरती जाने वाली सभी एहतियात समझाई गई। 

एक नजर इन आंकड़ों पर भी........

अजमेर चिकित्सा विभाग के अनुसार कोरोना वैक्सीन लगने का आगाज होने से पहले तक जिले में कोरोना जांच के लिए 2 लाख 70 हजार 683 लोगों के सैम्पल लिए गए। उनमें से 22 हजार 606 लोग कोरोना पाॅजिटिव पाए गए। 

अजमेर में 12 स्थानों पर पहले दिन शुरू हुई वैक्सीन.......

मुख्य चिकत्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ के के सोनी के अनुसार अजमेर में पहले दिन 12 स्थानों पर निर्विध्न वैक्सीनेशन शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि इनमें सबसे ज्यादा चार स्थानों पर तो जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में ही वैक्सीनेशन किया गया। अन्य आठ स्थानों में केकड़ी, ब्यावर, नसीराबाद, किशनगढ़, आदि सहित एक मात्र निजी चिकित्सा संस्थान मित्तल हाॅस्पिटल भी शामिल हैं।

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