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अजमेर जिले ने पहले चरण में वैक्सीनेशन का पाया लक्ष्य : डॉ. इंद्रजीत सिंह

दूसरे चरण में वैक्सीनेशन के लिए नाम रजिस्ट्रेशन काम पूरा




अजमेर (AJMER MUSKAN)।
अजमेर जिले ने पहले चरण में कोविड-19 वैक्सीनेशन लक्ष्य को पा लिया है। शुक्रवार, 29 जनवरी 21 को वैक्सीनेशन का पहला चरण निर्विध्न पूर्ण होने तक सभी शंकाए आशंका, भ्रम और संदेहों पर स्वतः ही विराम लग गया है। इस चरण में अजमेर जोन से कही से भी कोई अप्रिय सूचना नहीं मिली है। वैक्सीनेशन ने साल 2021 का आगाज शुभ.  मंगल किया है तो आगे भी सब अच्छा ही होगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने शुक्रवार को मित्तल हॉस्पिटल अजमेर सेंटर पर स्वयं कोविड-19 वैक्सीनेशन लगाने के बाद मीडिया से बातचीत में कुछ ऐसी ही कामना की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने टीका लगवा लिया है और वे तन और मन से अच्छा महसूस कर रहे हैं। इस मौके पर मित्तल हॉस्पिटल के वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी, अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ दीपक अग्रवाल उनके साथ थे। डॉ. सिंह ने मित्तल हॉस्पिटल के वैक्सीनेशन सेंटर पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त पाया और उसकी सराहना की।

उन्होंने कहा कि दूसरा चरण शुरू होने की यद्यपि अभी कोई तारीख तय नहीं है फिर भी माना जा सकता है कि वैक्सीनेशन का काम अगले एक पखवाड़े में ही शुरू होगा और बहुत ही सुगमता और तीव्रता से पूरा होगा। दूसरे चरण में वैक्सीनेशन सेंटर दूर दराज के उन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक भी हो सकेंगे जहां कि वैक्सीनेशन के लिए फ्रंट लाइन वर्कर्स की संख्या अधिक होगी।  

डॉ. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि पहले चरण में जिले के तकरीबन 18 हजार से अधिक फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोविशील्ड टीका लगना था। यह लक्ष्य आशातीत रूप से प्राप्त कर लिया गया है। तकरीबन 90 फीसदी फ्रंट लाइन वर्कर्स जिनमें डाक्टरर्स, नर्सिंग स्टाफ, हाऊसकीपिंग स्टाफ आदि शामिल हैं टीका लगवा चुके हैं। दूसरे चरण में पुलिस कर्मचारियों, राजस्व अधिकारियों व अन्य फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को टीका लगाया जाना है जिनकी सूचियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का कार्य करीब करीब पूरा किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल रविवार, 31 जनवरी से अगले तीन दिन पल्स पोलिया अभियान के चलते हैल्थ वर्कर्स व्यस्त हो गए इसके बाद इंद्रधनुष अभियान चलेगा जिसमें हफ्ता, दस दिन निकल जाएंगे। दूसरा चरण एक पखवाड़े बाद शुरू होना संभव है।

डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि वैक्सीनेशन करा चुके लोग और वह लोग जिनके कोरोना पॉजिटिव होने के बाद शरीर में हर्ड इम्युनिटी बन गई है मिलाकर देखा जाए तो कहा जा सकता है कि अब कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव की संभावना उतनी नहीं रहेगी जिस तीव्रता से कोरोना वायरस का आरम्भ में अटैक हुआ था। हर दिन चैन टूटने के साथ कोरोना संक्रमण के सामुदायिक फैलाव का ग्राफ गिरता ही जाएगा।

डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अजमेर जोन में देखा जाए तो अजमेर व भीलवाड़ा ने तो अच्छा संदेश दिया ही हैए वर्तमान में नागौर वैक्सीनेशन कार्य के पहले पांच जिलों में चैथे स्थान पर शामिल हो गया हैं। वहां वैक्सीनेशन लक्ष्य को पाने पर मेहनत की गई है। कोई भी काम हो बिना टीम वर्क के सौ फीसदी सफलता की कामना नहीं की जा सकती। अजमेर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के. के. सोनी और उनकी टीम की मेहनत है कि हम लक्ष्य पाने जा रहे हैं।

डॉ. इंद्रजीत ने सभी से आग्रह किया कि भले ही वैक्सीन आ गई है। वैक्सीनेशन शुरू हो गया है किन्तु फिर भी कोविड-19 गाइड लाइन जिसमें दो गज की दूरी, मास्क जरूरी और हैण्डवॉश को अनिवार्य किया गया है, अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा समाप्त नहीं हुआ है उसकी तीव्रता कम हुई है, इसलिए सावधान रहें और सतर्क बने रहें।  

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