बिलासपुरा (Ajmer Muskan)। धन गुरु नानक दरबार सिंधी कॉलोनी स्थित मैं महान कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। संत बाबा थाहिरिया साहेब जी के वर्षी उत्सव के अवसर पर तीन दिवसीय महान कीर्तन दरबार रात्रि 8:30 बजे से 10:00 बजे तक चलता रहा। जिस में शामिल होने के लिए कल्याण उल्हासनगर से भाई साहब जसकीरत सिंग त्रिलोचन सिंग जी विशेष रुप से बिलासपुर पहुंचे एवं महान कीर्तन दरबार में शामिल हुए। इस अवसर पर कुंडा वाले बाबा जी बाबा आनंद राम दरबार चकरभाटा के संत श्री कृष्ण दास जी भी दरबार में पहुंचे मत्था टेका सत्संग कीर्तन में शामिल हुए। उल्हासनगर से रागी जत्था सनी मूलचंदानी जी ने संगत को कीर्तन से निहाल किया, एवं बीच-बीच में गुरु नानक देव जी की वाणी गुरु वाणी गाते रहें, शब्द कीर्तन में ब्रह्मज्ञानी सद जीवे नहीं मरता, तू प्रभु दाता दान मत पूरा हम थारे भिखारी जीओ, धन गुरु नानक सारा जग तारया, वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु ऐसे अनमोल शब्द कीर्तन के मोती सुनकर साध संगत निहाल हुई।
भाई सनी मूलचंदानी ने संत बाबा थारिहिया सिंह साहिब जी के जीवन परिचय में प्रकाश डाल । कार्यक्रम के आखिर में विश्व कल्याण के लिए अरदास की गई एवं प्रसाद वितरण किया गया। गुरु का अटूट लंगर बरसाया गया । बड़ी संख्या में भक्तजनों ने गुरु का लंगर ग्रहण किया।
इस महान कीर्तन दरबार में पहुंच कर इंसानी भूख मिट जाती है मन का भोजन है प्रभु की भक्ति शब्द कीर्तन और तन का भोजन है गुरु का अटूट लंगर और यहां पहुंचने के बाद दोनों ही मिल जाता है इस जीवन के साथ ही लोक और परलोक दोनों सवर जाते हैं
वाहेगुरु नाम जहाज है चढ़े सो उतरे पार, इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में धन गुरु नानक दरबार के प्रमुख सेवादार भाई मूलचंद नरवानी, डॉ. हेमंत कलवानी, पूज्य सिंधी पंचायत सिंधी कॉलोनी के अध्यक्ष हरीश भागवानी, बृजलाल भोजवानी, हुंदराज जेसवानी, अजय भाई, सुरेश भाई, विजय भाई, राजू भाई, जगदीश जगियासी ने सेवा की।
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