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उत्तर पश्चिम रेलवे ने इंफ्रास्ट्रक्चर में नई बुलन्दियों को छुआ

रेल मंत्रालय ने प्रदान की 02 शील्ड्स

Railway News

जयपुर (Ajmer Muskan) ।
वर्ष 2019-20 के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के निर्माण संगठन ने बहुत की उत्कृष्ठ कार्य किया है, जिसमें 59 किलोमीटर नई लाईन, 106 किलोमीटर आमान परिवर्तन, 103 किलोमीटर दौहरीकरण, जयपुर तथा बांदीकुई बडे़ स्टेशनों का रिमोडलिंग का कार्य, 18 आरओबी का निर्माण, 188 रोड़ अण्डर ब्रिज का निर्माण तथा 119 समपार फाटक को बंद करने का सराहनीय कार्य शामिल है । उत्तर पश्चिम रेलवे ने सभी जोनल रेलवे में सर्वाधिक रेल लाईन निर्माण का कार्य किया है। 

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक आनन्द प्रकाश के कुशल मार्गदर्शन में निर्माण विभाग द्वारा किये गये सराहनीय कार्य की वजह से वर्ष 2019-20 में उत्तर पश्चिम रेलवे ने सिविल इंजीनियरिंग (निर्माण) से संबंधित भारतीय रेलवे की दोनों ‘सिविल इंजीनियरिंग निर्माण शील्ड‘ तथा ‘समपार एवं रोड़ उपरी/अण्डर पुल संरक्षा कार्य शील्ड‘ प्राप्त की है । 

महाप्रबन्धक आनन्द प्रकाश के गतिशील नेतृत्व में निर्माण संगठन ने राजस्थान राज्य में ना केवल 2019-20 में सराहनीय कार्य किया है बल्की 2020-21 व 2021-22 में 500 किलोमीटर रेल लाईन निर्माण के चुनौती पूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प किया है । 

उत्तर पश्चिम रेलवे के निर्माण संगठन के मुखिया ब्रिजेश कुमार गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) ने बताया कि मार्च 2020 में लाॅकडाउन लग जाने के बाद यात्री गाड़ियों के बंद होने का फायदा उठाकर निर्माण संगठन ने लंबे समय से लम्बित कार्यों तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण किया है। इसके अतिरिक्त सरोत्रा रोड़़-करजोड़ा दौहरीकरण परियोजना में शेष करजोड़ा-जेपी (10 किलोमीटर) खण्ड को 19.09.2020 को चालू कर दिया गया है। मदार से आदर्श नगर (5.4 किलोमीटर) बाईपास लाईन का निर्माण कार्य पूर्ण करके मालगाड़ियों का संचालन 21.10.2020 को चालू किया गया। उदयपुर-हिम्मतनगर आमान परिवर्तन परियोजना में टनल नं. 1 (810 मीटर), टनल नं. 2 (96 मीटर), टनल नं. 3 (316 मीटर) में सुरंग बनाने का कार्य पूरा किया गया। लाॅकडाउन का लाभ उठाते हुए 14 रोड़ ओवर ब्रिज (जिसमें जयपुर रोड़ बाईपास के लिए 102 मीटर का धनुष स्टिंग गर्डर जयपुर-बांदीकुई खण्ड भी शामिल है), 40 रोड़ अण्डर ब्रिज तथा 03 पैदल उपरी पुल का लाॅंउचिंग किया गया। बांदीकुई, कायमसर, गेटोर जगतपुरा तथा पलसाना स्टेशनों पर पैदल उपरी पुल का निर्माण कार्य पूरा किया गया। लगभग 32,000 मानव दिन का माइग्रेंट श्रमिकों को रोजगार दिया गया। महाप्रबन्धक का कोई भी नामित सरकारी आवास नहीं था, उसका भी निर्माण कार्य नवम्बर 2020 में पूर्ण किया गया। 06 रोड़ उपरी पुल, 31 रोड़ अण्डर पुल तथा 43 समपार फाटकों को बंद करने का कार्य किया गया।

उत्तर पश्चिम रेलवे महाप्रबन्धक आनंद प्रकाश के कुशल नेतृत्व में लगातार नई बुलंदियों को छूने की ओर अग्रसित है।

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