Ticker

6/recent/ticker-posts

सिन्धी शैली की महक के लेखन करने वाले कथाकार हरि हिमथानी का निधन, दी श्रद्धांजलि

हरी हिमथानी

अजमेर (Ajmer Muskan)
। आज 1 दिसंबर मंगलवार को  सिंधी समाज के विख्यात उपन्यासकार व कहानीकार देश विदेश में समाज का नाम रोशन करने वाले हरि हिमथानी का देहांत हो गया है। 

वैशाली सिंधी सेवा समिति एवं झूलेलाल सेवा मंडली की ओर से मंदिर में शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रकाश जेठरा, वैशाली सिन्धी सेवा समिति के अध्यक्ष जीडी वरिंदानी, शंकर टिलवानी, खुशीराम इसरानी, वासुदेव गिदवानी, जयप्रकाश मंगानी, महेंद्र कुमार तिर्थाणी, ओमप्रकाश हिरानन्दानी, किशन केवलानी, गोवर्धन बालानी, ओमप्रकाश शर्मा ने हिमथानी को  श्रद्धांजलि दी। 

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

7 जुलाई 2000 को राजस्थान सिंधी अकादमी का अध्यक्ष बनने के उप रांत मैं आदरणीय गोवर्धन भारती जी के घर पर इनसे और सम्मानीय डोलण राही से मिला था ।

खूब सारी बातें हुई थी और हरी हिमथानी जी क्योंकि सिंधु सत्कार समिति के जिलाध्यक्ष श्री सुंदर खेमाणी के परम मित्र थे तो अनेक गोष्ठियों में भाग लिया और स्वयं मुझसे मिलने डिग्गी चौक स्थित आशीर्वाद क्लिनिक पर आते थे ।
साहित्य जगत में उनका निदान अपूरणीय क्षति है राष्ट्रीय सिंधी समाज की ओर से उन्हें
भावभीनी श्रद्धांजलि ।
डॉ लाल थदानी महासचिव राष्ट्रीय सिंधी समाज
पूर्व अध्यक्ष राजस्थान सिंधी अकादमी जयपुर
8005529714