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सिन्धी समाज के अनेक संगठनो ने घनश्याम भूरानी के निधन पर शोक व्यक्त किया

आजाद पार्क में आयोजित करवाते थे  सिंधिया मेला, जवाहर रंग मंच में 22 कार्यक्रम किये                                 

घनश्याम भूरानी

अजमेर (Ajmer Muskan)।
सिन्धी समाज के लोगो ने अजमेर सिन्धी समाज के प्रमुख समाज सेवी और  सिंधिया को बढ़ावा देने वाले प्रमुख समाज सेवी 79 वर्षीय सिन्धी संगीत समिति के संस्थापक सदस्य  घनश्याम भूरानी के मंगलवार को प्रातः निधन हो जाने पर शोक व्यक्त किया है।
पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि  घनश्याम भूरानी सिन्धी संगीत के कलाकारो और सिन्धी भाषा लिपि और सिंधिया को बढ़ावा देने के आजीवन प्रयासरत थे। घनश्याम भूरानी ने सिन्धी संगीत के आचार्य मास्टर चन्द्र की स्मृति में जवाहर रंग मंच में 22 कार्यक्रम, आजाद पार्क में सिन्धी मेलो का आयोजन, शहीद हेमु काॅलानी की स्मृति में रैलियो का आयोजन, गरीब सिन्धी बालिकाओ के विवाह में सहयोग, गरीबों में कम्बल वितरण, श्मशान स्थलो की साफ सफाई करवाने और उनमें श्लोगन लिखवाकर आगुन्तको हेतु उचित व्यवस्था करवाने, रसद सामग्री वितरण, स्काॅलर शिप वितरण, झूलेलाल मन्दिर डिग्गी चौक के संस्थापक सदस्य रहकर मन्दिर में गरीबो एवं आम लोगो हेतु लंगर की व्यवस्था आदि अनेक कार्य सिन्धी संगीत समिति के अध्यक्ष, पूज्य झूलेलाल मण्डल के अध्यक्ष, महर्षि स्वामी दयानन्द मुक्तिधाम के अध्यक्ष के पद पर रहते हुए अन्य अनेक कार्य किये।
पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के अध्यक्ष भागचन्द दौलतानी, ठठेरा चैक स्थित बाबा हरदयाल दरबार के महंत अशोक गाफिल, राजावीर दरबार के महंत स्वामी टहलगिरी गोस्वामी, अजयमेरू सेवा समिति के अध्यक्ष किशोर विधानी, राजेश झूरानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमेश चेलानी, गोविन्दराम खटवानी, भगवान हरवानी, महासचिव धनश्याम गुवालानी, तरूण लालवानी, प्रचार सचिव रमेश लालवानी, रमेश लखानी, भगवान वरलानी, कन्हैयालाल बहरानी, लेखराज ठकुर, ललित भगत, सिन्धू ज्योति सेवा समिति के  मंगाराम भिरयानी, राम खूबचन्दानी, प्रकाश छबलानी, जयकिशन वतवानी, तेजभान आसवानी, किशोर मंगलानी, दिलीप बिनयानी, डॉ.आत्म प्रकाश उदासी, डॉ. कमला गोकलानी, महेश वीजरानी, कमल लालवानी, अशोक मंगलानी, गोविन्द राम जैनानी, संत हाथीराम दरबार के संत भगत राधूराम सहित अन्य ने घनश्याम भूरानी के निधन पर शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की है।    

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