कोरोना काल में रोगी हार्ट व कैंसर रोग उपचार को ना टाले : डाॅ. जितिन यादव
कोरोना से सावधानी रखते हुए हार्ट की नियमित जांच के प्रति जागरूक रहें : डाॅ. विवेक रावत
अजमेर सहित संभाग से आए मरीजों ने पाया परामर्श लाभ
हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डाॅ विवेक रावत एवं कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ. जितिन यादव ने दी सेवाएं
अजमेर (Ajmer Muskan)। मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में रविवार, 13 दिसम्बर को सुबह 10 से 1 बजे तक आयोजित निःशुल्क हार्ट एवं कैंसर रोग चिकित्सा एवं परामर्श शिविर में अनेक रोगी लाभांवित हुए। शिविर में अजमेर शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए रोगियों ने हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डाॅ. विवेक रावत एवं कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ जितिन यादव से विशेषज्ञ परामर्श सेवाओं का लाभ पाया। शिविर कोविड-19 की गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन करते हुए आयोजित किया गया था।
कैंसर रोग विशेषज्ञ डाॅ. जितिन यादव ने मीडिया के बातचीत करते हुए रोगियों को संदेश दिया कि कैंसर रोगी कोरोना काल में कैंसर रोग के उपचार को ज्यादा दिन ना टालें। डाॅ जितिन यादव ने बताया कि देश में हृदय रोगों के बाद कैंसर ही मौत का दूसरा बड़ा कारण माना जाता है। ऐसा लोगों की लाइफ स्टाइल और खान पान में अनियमितता के कारण है।
डाॅ. यादव ने महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं परिवार के अन्य सभी सदस्यों के प्रति जिम्मेदारी समझती हैं और चिंता भी करती हैं किन्तु खुद के ही स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि 40 की उम्र के बाद बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर के केस या फिर बच्चेदानी के कैंसर के मामलों में अनदेखी अथवा रोग को टालना जौखिम वाला हो सकता है। उन्होंने महिलाओं को स्वास्थ्य की नियमित जांच कराने की सलाह दी है। कहा कि समय पर रोग की जानकारी मिल जाने से उपचार किया जा सकता है।
डाॅ. जितिन यादव ने बताया कि शिविर में कैंसर के सभी तरह के रोगी परामर्श लाभ लेने पहुंचे। इनमें मुंह व गले का कैंसर, फे़फड़ों का कैंसर, महिलाओं में बच्चेदानी के मुंह व स्तन के कैंसर, किडनी व प्रौस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर, हाथ, पैरों के कैंसर एवं अन्य कैंसर पीड़ितों ने शिविर का लाभ उठाया। कुछ रोगी तो वे थे जो विगत वर्षों में कैंसर रोग से पीड़ित रहे हैं, मित्तल हाॅस्पिटल में उपचार कराने के बाद स्वास्थ्य लाभ मिलने पर फाॅलो-अप के लिए आए थे।
हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डाॅ. विवेक रावत ने कहा कि हार्ट के रोगियों को कोरोना महामारी के कारण अपनी नियमित जांच को नहीं टालना चाहिए। ऐसा करना कोरोना से ज्यादा बढ़ा जोखिम उठाना होगा। उन्होंने बताया कि शिविर में बीटिंग हार्ट, बाईपास सर्जरी, वाल्व सर्जरी, दिल में छेद, बच्चों में जन्मजात हृदय रोग, फेफड़ों व सीने के ट्यूमर, हाथ व पैर की खून की नलियों में रुकावट आदि से पीड़ित रोगियों ने परामर्श लाभ उठाया। डाॅ विवेक रावत ने कहा कि विगत दिनों में मित्तल हाॅस्पिटल में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजनाओं, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उपचार लाभ पाने वाले रोगियों ने भी शिविर में पहुंच कर फोलोअप जांच कराई है। इसके अलावा अन्य रोगी भी पहुंचे।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि शिविर में पंजीकृत रोगियों को चिकित्सक द्वारा निर्देशित जांचों पर 25 प्रतिशत तथा आॅपरेशन व प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत की छूट अगले सात दिवस तक प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल में कैंसर एवं हार्ट सहित सभी सुपरस्पेशियलिटी चिकित्सा सेवाओं कार्डियोलाॅजी, न्यूरोलाॅजी, न्यूरो सर्जरी, गुर्दा रोग, मूत्र रोग, गैस्ट्रोएण्ट्रोलाॅजी एवं प्लास्टिक सर्जरी में दक्ष व अनुभवी चिकित्सकों की टीम द्वारा जांच व आॅपरेशन की आधुनिक तकनीक युक्त सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का हाॅस्पिटल में शत-प्रतिशत पालन किया जा रहा है। रोगी के प्रवेश के समय स्क्रीनिंग की सुविधा, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, मास्क की अनिवार्यता, और सैनिटाईजेशन नियमों का पूर्ण पालन हो रहा है। ज्ञातव्य है कि हाल ही कोविड—19 अन्तर्गत प्रशासन की ओर से चिकित्सा संस्थानों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता मानकों पर किए गए सर्वे में मित्तल हाॅस्पिटल को खरा पाते हुए सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मित्तल हाॅस्पिटल केंद्र, राज्य सरकार व रेलवे कर्मचारियों एवं पेंशनर्स, भूतपूर्व सैनिकों(ईसीएचएस), ईएसआईसी द्वारा बीमित कर्मचारियों, आयुष्मान भारत महात्मागांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित टीपीए द्वारा उपचार के लिए अधिकृत है।
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