मास्टर चंदर जयंती पर सिंधी साहित्यकारों को दी श्रद्धांजलि
जयपुर (Ajmer Muskan) । राष्ट्रीय महासचिव मुकेश सचदेव ने जानकारी देते हुए बताया की सिंधी समाज के संगीत सम्राट मास्टर चंदर जयंती के उपलक्ष पर सिंधी साहित्य, बोली और भाषा के विकास उत्थान से जुड़े प्रबुद्ध साहित्यकारों के असामयिक निधन पर उनके किए गए कार्यों को याद किया गया और देश विदेश से जुड़े महान साहित्यकारों ने गुजरात सरकार की पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय सिंधी समाज महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ निर्मला वादवानी के मुख्य आतिथ्य और राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरधानी की अध्यक्षता में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देकर नमन किया ।
अदबी बैठक के संयोजक अमूल आहूजा नई दिल्ली ने सिन्धी अख़बार के संपादक और साहित्यकार डॉ. गोवर्धन तनवानी जलगांव पर आलेख पढ़ कर श्रद्धांजलि दी । विनीता मोटलानी संचालिका इंदौर ने मास्टर चंद्र महान संगीत सम्राट पर देश विदेश में गाए गीत संगीत की जानकारी दी। विशाखापट्टनम से रमेश लोहाना प्रोफेसर ने गांधीधाम आधीपुर कच्छ के प्रोफ़ेसर आसन वासवानी को आलेख के माध्यम से श्रद्धांजलि दी । हरीश लखानी बांसवाड़ा ने आगरा में जन्में घनश्याम वासवानी और विन्नी मीर राजा आकाशवाणी जयपुर ने सिन्धी हिंदी फिल्मों के महान वायलिन वादक कन्हैयालाल लालवाणी, अखिल भारतीय सिंधी बोली एवं साहित्य सभा से जुड़े हरीश करमचंदानी जयपुर ने हिंदी सिंधी के महान साहित्यकार अजमेर में जन्मे और पले बढ़े हरि हिमथानी पर आलेख पढा़ और महिला उपाध्यक्ष अनीता शिवनानी ने कविता सुनकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रीय सिन्धी समाज के महासचिव और राजस्थान सिन्धी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ लाल थदानी अजमेर ने इन सभी साहित्यकारों के साथ जुड़े व्यक्तिगत संबंधों संस्मरणों की जानकारी दी एव पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोजराज वाधवानी की पत्नी श्रीमती चंद्रा वाधवानी के निधन पर संस्था की ओर से श्रद्धांजलि दी । साहित्यकार ज्योति भावनानी अहमदाबाद, श्रीचंद दुबे बैंगलोर, फतेहचंद कालरा, हेमा मालानी, नाट्यकर्मी कन्हैया लाल लख्वानी, पूजा चांदवानी सभी जयपुर, जयराम रूचंदानी वडोदरा ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार दरयानी (भीलवाड़ा), छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष शंकरलाल दानवानी, राधा राजपाल, शंकर मोटवानी, सुरेश चावला (कोटा),जितेन्द्र बलवानी झालावाड़, गोंदिया महाराष्ट्र से लाल मोटवानी, गांधीधाम से माधवी चैनानी, अहमदाबाद से रतन बाशानी और भुज से महेश आहूजा ने आयोजकों का साधुवाद करते हुए कार्यक्रम की गुणवत्ता को मील का पत्थर बताया । अंत में वेबीनार के माध्यम से उनके गाए गीत सुनाए गए । राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरधानी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल के चलते राष्ट्रीय सिंधी समाज ने विभिंन्न वर्गों में अनूठे कार्यक्रमों का आयोजन किया है और विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से अनूठी पैठ जमा ली है ।
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