बालश्रम रोकथाम के लिए समन्वित एवं प्रभावी कार्यवाही करेें : शासन सचिव श्रम
जयपुर (Ajmer Muskan)। श्रम एवं नियोजन शासन सचिव डॉ. नीरज के. पवन ने राज्य में बाल श्रम की रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को आपसी समन्वय रखकर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।
डॉ. पवन गुरूवार को यहां राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम में बालश्रम रोकथाम से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बालश्रम रोकथाम से जुड़े विभागों के अधिकारियों तथा सम्बंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों का व्हाट्सअप समूह बनाने के निर्देश दिये। जिससे बालश्रम से संबंधित शिकायत सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही की जा सके। उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले बाल श्रमिकों तथा पलायन करने वाले बाल श्रमिकाें के बारे में संबंधित राज्य सरकारों से सम्पर्क स्थापित कर उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करवाने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों के नियमानुसार पुनर्वास करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देश दिये। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों के नियमित संचालन के दौरान विद्यालय से लगातार 30 दिवस से अधिक अनुपस्थित बालक एवं बालिकाओं की सूचना जिले के बाल श्रम नोडल अधिकारी को प्रेषित करने के निर्देश दिये। साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बाल श्रम से संबंधित पुख्ता सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बाल भिक्षावृति को रोकने के संबंध में बाल अधिकारिता विभाग के अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के भी निर्देश दिए।
37 बाल श्रमिक मुक्त, चूड़ी कारखाना मालिक गिरफ्तार
श्रम सचिव डॉ. नीरज के. पवन ने बताया कि गुरूवार को जयपुर में बाल श्रम के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए अलग-अलग दल गठित कर 37 बाल श्रमिक मुक्त करवाये गये।
उन्होंने बताया कि जयपुर के नींदडराव जी का रास्ता, शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती में चूड़ी कारखानों से बाल श्रमिको को मुक्त करवाया गया तथा पुलिस द्वारा सम्बंधित कारखाना मालिकाें को गिरफ्तार किया गया है।
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