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प्रदेश में कोरोना की दूसरी पीक, सावधानी से ही बचाव है संभव : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा

जयपुर (Ajmer Muskan)
। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 3000 से ज्यादा केसेज प्रतिदिन आ रहे हैं। यह कोरोना की दूसरी पीक है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने का केवल और केवल ‘सावधानी‘ ही उपाय है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना के केसेज में बढ़ोतरी के कई कारण हैं, जिनमें नगर निगम और पंचायत चुनाव, मौसम में बदलाव, त्योहार और शादी-समारोह का सीजन और इस दौरान मौसम में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान आमजन द्वारा लापरवाही बरतने के कारण प्रदेश में कोरोना का प्रसार फैल रहा है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना से निजात पाने के लिए वैक्सीन आने की तैयारी चल रही है लेकिन आमजन तक वैक्सीन पहुंचने में बहुत समय लग सकता है, ऎसे में सावधानी ही एकमात्र उपाय है। आमजन मास्क को ही वैक्सीन समझकर लगाएं। उन्होंने कहा कि जितना हो सके दो गज की दूरी रखें, बार-बार साबुन से हाथ धोएं, भीड़ में एकत्रित ना हो और सार्वजनिक जगहों में थूके नही। उन्होंने कहा कि शादी-समारोह में भी जितना कम हो उतना ही जाएं। उन्होंने कहा कि ये सब बातें आमजन की सेहत से जुड़ी हैं, ऎसे में छज्ञेटी सी लापरवाही भी प्रदेश को मुश्किल में डाल सकती है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी से लड़ने के लिए चिकित्सा के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम हमने किया है। ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटीलेटर सहित सभी उपकरण पर्याप्त मात्रा में है, बैड्स की तादात में बढ़ोतरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 8-9 महीनों से सरकार और प्रदेशवासी इस महामारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की जिदंगी हमारे लिए सबसे ज्यादा कीमती है। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि कोरोना के प्रति लापरवाही बिल्कुल ना बरतें।

डॉ. शर्मा ने उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रतिदिन समीक्षा बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए देश भर में जाना जाता है और जाना जाता रहे, यही हमारे प्रयास रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मृत्युदर देश में सबसे कम है। जांच की सुविधा भी 2-3 जिलों को छोड़कर लगभग सभी जिलों में शुरू हो चुकी है, शेष बचे जिलों में भी जांच की सुविधा जल्द शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 54 हजार से ज्यादा जांच प्रतिदिन की जा रही है।

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