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हर्षोल्लास से मनाया श्री झूलेलाल मंदिर का 49वां स्थापना दिवस

झूलेलाल मंदिर बिलासपुर छत्तीसगढ़

बिलासपुर (Ajmer Muskan)
। श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा स्थित मंदिर का 49वां स्थापना दिवस तीन दिवसीय कार्यक्रम 15,16,17 नवंबर को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत 15 नवंबर को दोपहर 3:00 बजे भक्तमाल कथा से आरंभ हुई पंडित अमर कृष्ण शास्त्री के द्वारा तीन दिवसीय कथा का अपनी अमृतवाणी से वाचन किया, यह कथा भक्त और भगवान की है कहा जाता है जैसे जहां भी रामायण होती है वहां पर अदृश्य  रूप से हनुमानजी बैठकर कथा सुनते हैं जहां पर भागवत होती है वहां पर परिषद बैठकर कथा सुनते हैं वैसे ही जहां जहां पर भक्तमाल की कथा होती है वहां पर भगवान खुद स्वयं बैठकर कथा सुनते हैं । 


पंडित शास्त्री ने कहा यह कथा सतयुग से लेकर कलयुग तक भक्तों और संतों की कथा है जिन्होंने अपनी साधना और भक्ति से भगवान का शासकार अपने जीवन में किया अपनी साधना से भगवान को प्रकट किया संत चमत्कार नहीं करते हैं चमत्कार तो भगवान करते हैं भक्त जो चाहते हैं भगवान उनके अधीन होकर असंभव कार्य को भी संभव कर देते हैं। सती के द्वारा महाराष्ट्र के संत विट्ठल नामदेव व तानसेन भक्त कवर राम बाबा गुरमुखदास संत तुलसीदास ऎसे कई  संतो जनों की कथा इस तीन दिवसीय में सुनाई बीच बीच में अपने भक्ति भरे  भजनों से भक्तों को विभोर कर दिया। 


इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक भी पहुंचे मंदिर व कथा का रसपान किया व मंदिर मत्था टेका। छत्तीसगढ़ के कई शहरों से भक्तजन इस तीन दिवसीय मंदिर स्थापना मेले में शामिल होने के लिए पहुंचे वक्त कथा सुनकर अपने आप को धन्य महसूस कर रहे थे, ऐसी कथा पहली बार सुनी है। 


कार्यक्रम के आखिरी दिन पंडित शास्त्री के द्वारा संतलाल साईं को भक्तमाल की कथा सप्रेम भेंट की एवं शास्त्री का बाबा गुरमुखदास सेवा समिति के द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम कार्यक्रम के आखिर में  पल्लव अरदास कर प्रसाद वितरण किया गया। साईं ने सभी आए हुए भक्तों को मेले की वह दिवाली की चंद्र की बधाइयां दी 16 दिसंबर से आरंभ होने वाले चालिया उत्सव की जानकारी दी । इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुखदास सेवा समिति झूलेलाल महिला सखी  सेवा ग्रुप पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाठा के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा।


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