अजमेर (Ajmer Muskan) I राष्ट्रीय सिंधी समाज ने आज एक अनूठी पहल करते हुए सेवानिवृत्त सिंधी प्रशासनिक अधिकारियों का सभी समाज बंधुओं से परिचय कराया और उनसे उनकी उपलब्धियों और सिंधी समाज से अपेक्षाओं पर चर्चा की ।
मुख्य अतिथि रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी वीरभान अजवानी ने अपना तजुर्बा बताया वे अधिकतर समय अजमेर में सेवारत रहे और उनके कार्यकाल के दौरान उनके साथ कलेक्टर मंजू राजपाल, अतिरिक्त कलेक्टर किशोर शर्मा, जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण हरचंदानी, उप मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लाल थदानी, रेवेन्यू बोर्ड रजिस्ट्रार ज्योति ककवानी, सभी अधिकारी सिंधी समाज से थे । यहां तक की दरगाह थाना अधिकारी विष्णु सामतानी भी रहे, और जिला कलेक्टर की हर सोमवार को बैठक में हम जब भी मिलते थे आपस में सिन्धी में बात करते थे । पुष्कर मेले और उर्स मेले के दौरान हम सब की आपस में समन्वय और एक दूसरे के प्रति बड़े अच्छे ही ताल्लुकात रहे और आज भी है । वे आज अपने होम टाउन में हैं लेकिन उनका दिल आज भी सिंधी समाज से और अजमेर से जुड़ा हुआ है ।
विशिष्ट अतिथि सुरेश सिंधी नें जानकारी दी कि उन्होंने अपने नाम के आगे सरनेम कभी भी रामचंदानी नहीं लगाई । उन्हें हमेशा ही सिंधी होने पर गौरव महसूस होता था और आज भी राष्ट्रीय सिंधी समाज के इस वेबीनार से जुड़कर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं ।
विशिष्ट अतिथि विष्णु सामतानी ने कार्यक्रम कार्यक्रम संचालक और समन्वयक की सराहनीय भूमिका निभाई । उन्होंने बताया कि अजमेर के विभिन्न पदों में रहने के बाद सेवानिवृत्ति के बाद वे आज जयपुर में रह रहे हैं। उन्होंने राष्ट्र सिन्धी समाज को आशान्वित किया कि उनकी उपयोगितानुसार वे समाज के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे । राष्ट्र समाज के महासचिव स्वयं स्वास्थ्य विभाग में प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारी है उनका स्वागत किया और उनके साथ अपने अनुभव साझा किए ।
राष्ट्रीय सिंधी समाज की महिला उपाध्यक्ष अनीता शिवनानी ने वैजयंती वीरभान अजवानी से रोचक सवाल किए की एक आईपीएस अधिकारी हमेशा फील्ड में रहता है ऐसे में उनकी अनुपस्थिति और उपस्थिति कैसी लगती थी । जोधपुर संभाग से डॉ एस डी खेतानी और डॉ कांतेश खेतानी ने भी विचार व्यक्त किए।
राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष राजकुमार दरयानी, लालचंद मोटवानी,
सूत्रधार ललिता अगनानी, गुल माखीजानी , गोविंद मीरपुरी, छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष शंकरलाल धनवानी, डॉ पूनम केसवानी, राधा राजपाल, अमर थदानी, विनीता मोटलानी, हेमा मालानी, अमूल आहूजा, रतन बाशानी, हरीश लालवानी, पूजा चांडवानी, रितु भाटिया, मीना शहदादपुरी, रिन्नी मीरराजा, हरीश लखानी, सुरेश चावला आदि ने भी सिंधी समाज को आह्वान किया कि अब समय आ गया है कि हम अपने बच्चों को प्रशासनिक क्षेत्रों में आगे बढ़ाएं ।
राष्ट्रीय सिंधी समाज के महासचिव मुकेश सचदेव और राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरदानी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया कि वे संस्था के साथ जुड़े और उनके अनुभव का लाभ सिन्धी समाज को देते हुए मार्गदर्शन करें ।
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