जयपुर (Ajmer Muskan)। कोरोना संक्रमण के दौर में राजस्थान सरकार ने शानदार प्रबंधन किया है। इसी का नतीजा है कि राज्य की रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है और मृत्युदर 1 प्रतिशत से नीचे आ गई है। कोरोना संक्रमण की गंभीरता को देखते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, धर्मगुरुओं, विशेषज्ञों, भामाशाहों और आमजन को साथ लेकर कार्य किया। श्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण पर 150 से ज्यादा समीक्षा बैठकें की हैं। मुख्यमंत्री ने समाज के अलग-अलग वगोर्ं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से संवाद भी किया है। संवाद की कड़ी को आगे बढ़ाते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के सभी विधायकों को कोरोना संक्रमण के बारे में पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पत्र में सभी पार्टियों के विधायकगणों को कोरोना के बारे में विशेषज्ञों द्वारा दी गईं नयी जानकारियां साझा की हैं। मुख्यमंत्री ने यूरोप में आयी कोरोना की दूसरी लहर का जिक्र करते हुये सभी विधायकों से सावधानी बरतने और लोगों के बीच इस बीमारी को लेकर जागरुकता लाने की अपील की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों को राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘कोरोना के विरुद्ध जन आंदोलन’ और ‘नो मास्क, नो एंट्री’ अभियान में भाग लेने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने सभी विधायकगणों से अपील की है कि इन दोनों गैर राजनीतिक अभियानों में हिस्सा लेकर राज्य से कोरोना संक्रमण को खत्म करने में भागीदार बनें। मुख्यमंत्री ने विधायकों से आग्रह किया कि जनता और कार्यकर्ताओं से मिलते समय सोशल डिस्टैंसिंग का पूरा ध्यान रखें और जनता और कार्यकर्ताओं को बिना जरूरी काम घर से ना निकलने के लिये प्रेरित करें।
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