अजमेर। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी जागरूकता अभियान के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलावार को लोक कला मांडणा कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना से बचाव ही उसका उपचार है। इससे बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जागरूक होना आवश्यक है। इस संबंध में सरकार द्वारा 21 जून से 7 जुलाई तक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। इसमें शहरों तथा गांवों के प्रत्येक स्तर को कोरोना के प्रति जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया कि इस क्रम में ग्रामीणों द्वारा अपने गांव एवं क्षेत्र को जागरूक करने के लिए लोक कलाओं का सहारा लिया जा रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों सरवाड़, ब्यावर, जवाजा, टॉडगढ एवं पुष्कर में लोक कला को माध्यम बनाया जा रहा है। इसके अन्र्तगत स्थानीय महिलाओं तथा आंगनबाड़ी कार्मिकों ने मिलकर मांडणा, थाप एवं अल्पना बनाई। इन्हें सार्वजनिक स्थलों तथा चौराहों पर निर्मित करके अधिकतम व्यक्तियों तक बचाव का संदेश पहुंचाया गया। लोकानुरंजन के इन माध्यमों से संदेश ग्रामीणों को उन्हीं की संस्कृति तथा परम्परा में मिलने से प्रभावकारी हो रही है।
उन्होंने बताया कि टॉडगढ़ तथा ग्राम पंचायत मेडिया के आई टी सेन्टर एवं आंगनबाड़ी केन्द्र में भी आकर्षक लोकानुरंजन से जागरूकता प्रदान की गई। इसमें प्रचार अभियान के सहप्रभारी श्री कल्याणमल सोनल, आंगनबाड़ी तथा ग्राम पंचायत के कार्मिकों का योगदान रहा। इसी प्रकार पुष्कर के आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा उसके पास के सार्वजनिक स्थल पर कोरोना जागरूकता से संबंधित मनभावन रंगोली बनाई गई। सरवाड़ में आंगनबाड़ी कार्मिकों ने महिलाओं को जागरूक करने के लिए प्रेरणा दी। इससे प्रेरित होकर ग्रामीण महिलाओं ने अपने घरों के बाहर तथा गली के नुक्कड पर मांडने एवं अल्पना बनाकर कोरोना से बचने का संदेश दिया। थाप के माध्यम से भी बालिकाओं ने अपनी कलात्मकता को प्रदर्शित किया।
0 टिप्पणियाँ