जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने की धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा
धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में व्यवस्थाओं पर हुआ विचार विमर्श
अजमेर। अजमेर जिले की विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ही मंदिरों, मजिस्दों एवं अन्य धार्मिक संस्थाओं को खोला जाए। इन जगहों पर कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी निर्देशों की सम्पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाएगी। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जो भी निर्देश दिए जाएंगे, उनका पालन होगा।
जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में आज विभिन्न धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक कलक्ट्रेट स्थित सभागार में सम्पन्न हुई। पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप भी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में आगामी दिनों में विभिन्न धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की गई। जिला कलेक्टर शर्मा ने कहा कि धार्मिक स्थलों में कोरोना से बचाव के लिए अनिवार्य सुरक्षात्मक उपायों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों, पूजा अर्चना, इबादत एवं जियारत आदि की अनुमति दी जाएगी। इस संबंध में सरकार द्वारा जारी की जाने वाली मानक संचालन प्रक्रिया की पालना सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि समस्त धर्मो के रीति रिवाज एवं परंपराएं अलग-अलग होती है। इनका निर्वहन करने के साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकना भी सामूहिक जिम्मेदारी है। धार्मिक स्थलों की परंपराओं के अनुसार इन्हें खोलने तथा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कार्य योजना होगी। संबंधित संस्था द्वारा स्थानीय संसाधनों एवं आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के अनुरूप कार्य योजना बनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि मंदिर व मस्जिद में सीमित संख्या में प्रवेश, सैनेटाइजर, हाथ धोने, थर्मल स्कैनिंग, 65 वर्ष से अधिक आयु, 10 वर्ष से कम आयु तथा गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर रोक, मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग, प्रसाद व माला आदि ले जाने पर रोक, धर्मग्रन्थ व घंटी को हाथ लगाने पर रोक सहित अन्य उपायों के लिए विभिन्न धार्मिक संस्थानों से प्राप्त सुझावों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि जिले के ऎसे धार्मिक स्थलों को सूचीबद्ध किया जा रहा है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हों। जिले के समस्त धार्मिक स्थलों में प्रबन्धकीय व्यवस्था एवं उत्तरदायित्व सहित आसपास एवं भीतर की गतिविधियों के संबंध में भी कार्य योजना बनाई जाएगी। चर्चा के उपरान्त समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के पश्चात राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया जाएगा कि धार्मिक स्थलों को कब से एवं किस प्रकार से खोला जाए।
बैठक में धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाईन की पूरी पालना सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर विशाल दवे, अखिल भारतीय निम्बार्काचार्य पीठ सलेमाबाद से रवि शंकर शास्त्री, बजरंगगढ मंदिर से रणजीत मल लोढा, अम्बे माता मंदिर से राजेश टंडन, मसानिया भैरवधाम राजगढ़ से बी.एल. गोदारा, सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी, देवस्थान विभाग से सहायक आयुक्त गिरीश बच्छानी तथा पर्यटन विभाग से प्रद्युम्न देथा आदि उपस्थित रहे।
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