जिला प्रशासन के प्रयासों से घर लौटे 674 ईंट भट्टा मजदूर
जिला कलेक्टर सहित अधिकारियों ने दी विदाई
अजमेर। लॉकडाउन के कारण अजमेर के विभिन्न ईंट भट्टों में अटके छतीसगढ़ के मजदूरों को आखिरकार उनकी मनमांगी मुराद मिल ही गई। जिला प्रशासन के प्रयासों से आज अजमेर से छतीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों के श्रमिकों को विशेष ट्रेन से भेजा गया। उन्हें स्वास्थ्य जांच और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था के साथ रवाना किया गया।
जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने बताया कि अजमेर जिला प्रशासन ने पिछले डेढ महीने में अजमेर जिले से हजारों श्रमिकों तथा जायरीन को विशेष ट्रेन, बस एवं अन्य वाहनों से उनके घर भेजा है। पिछले दिनों जानकारी मिली कि अभी भी ईंट भट्टों पर काम करने वाले काफी श्रमिक घर नहीं पहुंच पाए है। ऎसे में उन सभी की जानकारी लेकर घर भेजने के प्रयास शुरू किए गए।
उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में ईंट भट्टे में काम करने वाले ज्यादातर श्रमिक छतीसगढ़ के थे। इनके लिए रेलवे तथा छतीसगढ़ राज्य प्रशासन से समन्वय स्थापित कर काम किया गया। इन सभी को आज श्रमिक स्पेशल ट्रेन से छतीसगढ़ के चम्पा के लिए रवाना किया गया। आज 674 श्रमिकों को भेजा गया है।
अजमेर रेलवे स्टेशन पर रवानगी के समय सभी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच की गई। उन्हें भोजन के पैकेट एवं पानी की बोतल देकर भेजा गया। स्टेशन पर रवानगी के समय जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा, एडीए आयुक्त गौरव अग्रवाल, एडीए सचिव किशोर कुमार, सीईओ जिला परिषद गजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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