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जिले में टिड्डी दल ने किया दो तरफ से फसलों को नुकसान

रातभर ढूंढने पर सुबह 5 बजे मिली टिड्डियों को हाथोंहाथ नष्ट


अजमेर। जिले में टिड्डी दल के खात्में के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को नागौर एवं टोंक की तरफ से टिड्डियों को नष्ट किया गया। इस दल का पड़ाव सुबह 5 बजे पता चलते ही इन्हें तुरन्त नष्ट कर दिया गया।


जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि जिले में एकसाथ दो टिड्डी दलों ने प्रवेश किया। इसकी सूचना मिलते ही कृषि विभाग द्वारा गठित टिड्डी नियंत्रण दलों को 2 भागों में विभक्त कर त्वरित कार्यवाही के निर्देश प्रदान किए। गोविन्दगढ से रामसर, लोहरवाडा, शोकलिया होते हुये शेरगढ में रात्रि पडाव डाले टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए कृषि विभाग ब्यावर के सहायक निदेशाक श्री वी. के. छाजेड की टीम को भेजा गया। दूसरा छोटा दल सीमावर्ती जिला टोंक से अंराई तहसील के मोढी, गुन्दली गांव में था। इसके मोढी, गुन्दली में टिड्डी नियंत्रण की जिम्मेदारी कृषि विभाग केकडी सहायक निदेशक एम.एल. रेडिया को दी गई।


उन्होंने बताया कि शेरगढ में शाम बारिश होने से खेतो में अत्यधिक नमी व खेतो की हकाई जुताई के कारण टे्रक्टर माउंटेड स्प्रेयर, फायर ब्रिगेड के उपयोग करने में नियंत्रण दलो को काफी दिक्कतो का सामना करना पडा। परन्तु टीम ने प्रभावी ढंग से टिड्डी दल पर नियंत्रण किया। इसी प्रकार दूसरे दल ने टिड्डियों के पड़ाव स्थल के बारे जानकारी प्राप्त की। प्रातः 5 बजे ग्राम सोयला, डबरेला क्षैत्र में बहुत बडी तादाद में लगभग 150 हैक्टयर क्षैत्रफल में कंटिली झाडियो एवं वीरान पडे खेतो में टिड्डियां दिखाई दी। इन पर त्वरित कार्यवाही के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री वी. के. शर्मा ने स्वंय कमान संभालते हुये 3 फायर ब्रिगेड एवं 10 टे्रक्टर माउंटेड स्प्रेयर नवीन चिन्हित क्षैत्र में तैनात करते हुये 9 बजे तक कीटनाशी का छिड़काव कर ग्रामीणों के सहयोग से टिड्डियो को मार गिराया।


उन्होंने बताया कि इस कार्य मे 3 बड़ी फायर ब्रिगेड, 21 ट्रेक्टर माउंटेड स्प्रेयर, 2 पानी के टेंकर, टिड्डी चेतावनी संगठन के 1 वाहन, 15-20 विस्तार कार्मिको द्वारा 640 हैक्टयर का सर्वे कर 400 हैक्टयर क्षैत्र में 160 लीटर कीटनाशी के उपयोग द्वारा टिड्डी नियंत्रण किया गया।


उन्होंने बताया कि आज भी शेरगढ में 2 से 5 प्रतिशात पीले रंग की टिड्डिया देखने में आयी अर्थात टिड्डिया अपनी परिपक्व अवस्था की ओर अग्रसर हैं। परिपक्व अवस्था में टिड्डी रेतीली एवं नम जमीन में अण्डे देती हैं अतः आगामी दिनो में कृषको को अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवशयकता हैं। ऎसी स्थिति में सामूहिक तौर पर कीटनाशी दवाई का प्रयोग कर टिड्डियो को खत्म किया जा सकता हैं।


इस कार्य में सरवाड तहसीलदार श्रीकांत व्यास, कृषि अधिकारी मुकेश माली व कृषि अनुसंधान अधिकारी संतोष तंवर, सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी टीकमचन्द व क्षेत्र के सहायक अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षक तथा स्थानीय सरपंच काकलवाड़ा श्रवणी देवी व ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग रहा। इस अवसर पर मौके पर मौजूद रहे।


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