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अजमेर : धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में व्यवस्थाओं पर हुआ विचार विमर्श

धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से जिला कलेक्टर एवं एसपी ने की चर्चा 


दरगाह तथा जैन मंदिरो से जुड़े पदाधिकारी रहे उपस्थित


अजमेर। कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन में विभिन्न धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए व्यवस्थाओं के संबंध में दरगाह तथा जैन मंदिरों से जुड़े पदाधिकारियों के साथ जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने चर्चा की।


उन्होंने बैठक में कहा कि विभिन्न धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी की बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी। धार्मिक स्थलों में संबंधित धर्म के रीति-रिवाज एवं कोरोना से बचाव के लिए अनिवार्य सुरक्षात्मक उपायों को ध्यान में रखते हुए क्या-क्या और किस प्रकार से गतिविधियां, पूजा अर्चना, इबादत एवं जियारत आदि की अनुमति दी जाएगी। इस संबंध में सरकार द्वारा 4 जून को जारी मानक संचालन प्रक्रिया की पालना सुनिश्चित की जाएगी।


उन्होंने कहा कि समस्त धर्मो के रीति रिवाज एवं परंपराएं अलग-अलग होती है। इनका निर्वहन करने के साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकना भी सामूहिक जिम्मेदारी है। धार्मिक स्थलों की परंपराओं के अनुसार इन्हें खोलने तथा प्रबंधन के लिए अलग-अलग कार्य योजना होगी। संबंधित संस्था द्वारा स्थानीय संसाधनों एवं आने वाले श्रद्धालूओं की संख्या के अनुरूप कार्य योजना बनाई जाएगी। कार्य योजना पर विचार विमर्श के लिए अलग से बैठक का आयोजन किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि ऎसे धार्मिक स्थलों को सूचीबद्ध किया जाएगा जहां बड़ी संख्या में व्यक्ति एकत्र होते हो। जिले के समस्त धार्मिक स्थलों में प्रबन्धकीय व्यवस्था एवं उत्तरदायित्व सहित आसपास एवं भीतर की गतिविधियों के संबंध में भी कार्य योजना बनाई जाएगी। चर्चा के उपरान्त समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के पश्चात राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया जाएगा कि लॉकडाउन अवधि में धार्मिक स्थलों को कब से एवं किस प्रकार से खोला जाए।


इस अवसर पर दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान, दरगाह दीवान के प्रतिनिधि एस.एन. चिश्ती, अतिरिक्त जिला कलेक्टर विशाल दवे, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एस. जोधा, कनिष्ठ विधि अधिकारी एन. के. बाकोलिया, प्रदीप पाटनी, विरेन्द्र पारख, मनीष जैन गादिया, कोसिनोक जैन एवं दरगाह तथा जैन मंदिरो से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


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