Ticker

6/recent/ticker-posts

सतर्क चिकित्सा, सुचारू अर्थव्यवस्था कोरोना से संघर्ष में सफलता के मूलमंत्र : भाया

प्रभारी मंत्री ने वीसी से की जिले में कोरोना महामारी से बचाव एवं अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा
सख्त लॉकडाउन, प्रभावी चिकित्सा और आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के दिए निर्देश
प्रभावी सचिव, जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी


अजमेर। जिले के प्रभारी एवं खान व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि कोरोना महामारी से संघर्ष में सख्त लॉकडाउन, सतर्क चिकित्सा व्यवस्था और सुचारू अर्थव्यवस्था ही जीत का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य सरकार राजस्थान को इस संघर्ष में जिताने के लिए अथक मेहनत कर रही है। हम सब भी अपनी पूरी ताकत से इस लड़ाई में जुटें। अजमेर जिले में कोरोना से संबंधित व्यवस्थाओं के साथ ही अन्य कार्याें की गति भी तेज की जाए।
     
प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अजमेर जिले में कोरोना महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे कामों और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा, जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने उन्हें अजमेर जिले में अब तक की गई व्यवस्थाओं और प्रगति से अवगत कराया।
     
भाया ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार कर्फ्यू एवं लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में नियमों की सख्ती से पालना करवानी है। इसके लिए प्रशासन और पुलिस मिलकर प्रभावी कार्यवाही करे। जिन इलाकों में कोरोना पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं उन क्षेत्रों में सघन सैम्पलिंग की जाए। इन इलाकों में जीरा मोबिलिटी और कफ्र्यू की भी सख्ती से पालना कराई जाए ताकि महामारी अन्य इलाकों में नहीं फैल सके। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए राशन, दूध, सब्जी व दवा आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। इसी तरह लॉकडाउन से संबंधित क्षेत्रों में प्रशासन अनुमत गतिविधियों और उद्योगों आदि के लिए गाइडलाइन की पालना करे।
     
उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को तेज करना भी अति आवश्यक है। इसके लिए प्रशासन रणनीति बनाकर तेजी के साथ काम करें। ग्रामीण क्षेत्राें में ज्यादा से ज्यादा लोगों को मनरेगा के जरिए रोजगार दिया जाए। गर्मी के मद्देनजर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पानी व बिजली की आपूर्ति को सुचारू रखा जाए। बडी संख्या में श्रमिक हैं, उनसे संबंधित व्यवस्थाआें को भी चाकचौबंद रखा जाए ताकि हमारे उद्योग धन्धे तेजी से चलते रहें। श्री भाया ने शेल्टर होम, क्वारेंटाइन सेन्टर, श्रमिक, जायरीन, राशन वितरण एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए।
     
जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा ने प्रभारी मंत्री को बताया कि अजमेर जिले ने कोरोना महामारी से संघर्ष में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। जिले में शनिवार सुबह तक 206 कोरोना पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं। इनमें से 74 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है। इन्हें नेगेटिव घोषित कर दिया है। हॉटस्पॉट एवं बफर जोन से संबंधित इलाकों में सैम्पलिंग और स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था की गई है। इन सभी इलाकों को सील कर चिकित्सा विभाग की टीमें लगातार जांच कर रही हैं। सभी संदिग्ध मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करवाई जा रही है।
     
देथा ने बताया कि इसके साथ ही जिले में अन्य बीमारियों के मरीजों को पूरा उपचार उपलब्ध करवाने पर भी जोर दिया जा रहा है। चिकित्सा विभाग लगातार इस दिशा में काम कर रहा है कि अन्य बीमारियों के मरीजों को किसी तरह की परेशान नहीं झेलनी पड़े। निजी चिकित्सालयों को भी मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा उपलब्ध करवाने के लिए पाबंद किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं एवं गम्भीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए है। इसके साथ ही यह भी तैयारियां की जा रही हैं कि कोरोना से संघर्ष के इस दौर में अजमेर जिले की चिकित्सा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ कर लिया जाए। इसके लिए डीएमएफटी एवं एसडीआरएफ के साथ ही स्मार्ट सिटी योजना के तहत भी विभिन्न प्रावधान किए जा रहे हैं। यह सभी उपाय आगामी दिनों में जिले की चिकित्सा सरंचना को बेहद मजबूत कर देंगे।  जिले में कोविड केयर सेन्टर की भी तैयारी की जा रही है। प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी नियमित चलाने के निर्देश दिए गए है। सभी मण्डियों को भी सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है।
     
जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने प्रभारी मंत्री को बताया कि अजमेर जिले में प्रवासी श्रमिक, क्वारेंटाइन सेन्टर, शेल्टर होम से संबंधित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है। अजमेर जिले से हजारों जायरीन व श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा गया है। जहां श्रमिकों को रखा गया है उन सभी जगहों पर भोजन, सफाई एवं चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है। जिले में बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारेंटाइन कर उनकी सूचना संधारित की जा रही है। प्रत्येक वार्ड एवं ग्राम पंचायत में प्रशासन की टीमें तैनात है। कोई भी व्यक्ति बाहर से आता है तो प्रशासन की जानकारी में रहेगा।
     
उन्होंने बताया कि कर्फ्यू एवं लॉकडाउन से संबंधित क्षेत्रों में राशन, सब्जी, दूध व दवा आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है। कर्फ्यू के इलाकों में लोगों को डोर-टू-डोर सप्लाई की जा रही है। किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। अजमेर जिले में उद्योगों को संचालित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बड़े उद्योगों के साथ ही छोटे एवं मध्यम उद्योगों को भी सहूलियत देकर काम शुरू करवाया गया है। आगामी दिनों में इस गति को और अधिक बढाया जाएगा। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए मनरेगा के माध्यम से 2073 कामों में 75 हजार 638 श्रमिकों को नियोजित किया गया है। इस संख्या को और अधिक बढाया जाएगा। पेंशन एवं अन्य योजनाओं से भी आमजन को राहत दी जा रही है।
     
उन्होंने बताया कि जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था है। टैंकर से भी मांग आते ही पेयजल उपलब्ध करवा दिया जाएगा। हैंडपम्पों को भी ठीक करवाया जा रहा है। जिले में विद्युत आपूति भी सुचारू एवं सामान्य है। कई कार्याें में भामाशाहों ने अच्छा सहयोग दिया है। गौशाला से संबंधित व्यवस्थाओं तथा नगर निगम द्वारा सफाई एवं दवा का छिडकाव लगातार किया जा रहा है।
     
जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने प्रभारी मंत्री को बताया कि अजमेर जिले में पूरी सख्ती के साथ कर्फ्यू एवं लॉकडाउन की पालना करवाई जा रही है। अजमेर जिले में हजारों वाहनों को सीज कर जुर्माना किया गया है। लॉकडाउन तोडने एवं नियमों की पालना नहीं करने पर सैकड़ों लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। जिला पुलिस की टीम प्रशासन के साथ मिलकर पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। जिले की सीमाओं पर सख्त नाकाबंदी है। पुलिस राहत कार्याें में भी प्रशासन की मदद कर रही है। कर्फ्यू एवं लॉकडाउन में अनुमत गतिविधियों को ही संचालित होने दिया जा रहा है। पुलिस 24 घंटे पूरी मुस्तेदी के साथ काम कर रही है। नियमों की पालना के साथ ही लोगों से समझाइश भी की जा रही है।
     
वीडियों कान्फ्रेंसिंग मे नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम कैलाश चंद शर्मा, द्वितीय भगवत सिंह राठौड, सीईओ गजेन्द्र सिंह राठौड़, प्राचार्य जेएलएन मेडिकल कॉलेज वी.बी. सिंह, अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ