मुंबई में चैनल हेड पर अर्णव गोस्वामी पर हमले की निंदा
शाहपुरा(मूलचन्द पेसवानी)। शाहपुरा प्रेस क्लब ने मुंबई में एक चैनल हेड पर किये गये हमले को पत्रकारिता व लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा है कि यह बर्दाश्त योग्य नहीं है। प्रेस क्लब ने इस मामले को देश के लिए घातक बताते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी देश में होने के बाद भी इस प्रकार का कृत्य शर्मशार करने वाला हैं।
प्रेस क्लब अध्यक्ष चान्दमल मूंदड़ा, सहित शाहपुरा के पत्रकार मूलचन्द पेसवानी, राजेन्द्र पाराशर, भेरूलाल लक्षकार, अनुज कांटिया, रामप्रकाश काबरा, गणेश सुगंधी, सुर्यप्रकाश आर्य, रमेश पेसवानी सहित शाहपुरा व फुलियाकलां के पत्रकारों ने कहा है कि लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ पत्रकारिता है और यह लोकतंत्र की स्थापित परंपरा है। सरकार और राजनीतिक दलों से किसी घटना को लेकर सवाल-जवाब मीडिया करता रहा है और अनेक विषयों पर गंभीर सवाल भी मीडिया द्वारा खड़े किये गए हैं, लेकिन कभी भी मामले में मीडियाकर्मी या पत्रकार पर हमला किया जाना निंदनीय एवं अनुचित है। इलेक्ट्रॉनिक चेनल के सम्पादक पर इस तरह बेवजह हमला किया जाना पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला है तथा मीडियाकर्मियों को धमकाने एवं दबाने की यह सुनियोजित साजिश है।
शाहपुरा प्रेस क्लब दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करता है तथा अर्णव गोस्वामी के साथ हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इसमें जो भी दोषी पाए जाएं उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। इस घटना को लेकर पत्रकारों मैं आक्रोश एवं इसे सहन नहीं किया जा सकता। इस संदर्भ में प्रेस क्लब द्वारा एक पत्र देश के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को भी प्रेषित किया जा रहा है, जिसमें दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने एवं मीडिया की स्वतंत्रता को कायम रखने की मांग की गई है।
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