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लॉकडाउन : अजमेर में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद, प्रशासन सतर्क

जिला कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
लॉकडाउन नियमों की कराएं सख्ती से पालना


आमजन को खाद्य सामग्री में ना हो परेशानी
अजमेर। जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी रोकने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं में लगाएं गए अधिकारियों को सख्ती से लॉकडाउन की पालना कराने के निर्देश दिए गए हैं। आमजन को आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है।
     
जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जा रहा है। वर्तमान में रबी की फसल की कटाई का कार्य जारी है। कृषकों की सुविधा के लिए फसल कटाई में उपयोग होने वाले समस्त यंत्रो एवं इसके संचालकों को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है। कृषि कार्य में काम आने वाले हारवेस्टर को आवागमन के दौरान नहीं रोका जाएगा।
     
उन्होंने बताया कि स्ट्रीट वेण्डर, दिहाड़ी मजदूरों तथा बेसहारा एवं असहाय व्यक्तियों के प्रति सरकार संवेदनशील है। सरकार द्वारा इनके बैंक खातों में राशि जमा करवाने का कार्य किया जा रहा है। फूड पैकेट वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करने के लिए वितरणकर्ताओं को पाबंद किया गया है। साथ ही  वितरणकर्ता भामाशाह तथा एनजीओ वितरण के दौरान सेल्फी, फोटो व वीडियो नहीं बनाएंगे।
     
उन्होंने बताया कि फ्रण्ट लाईन चिकित्सक जो घर नहीं जा सकते उनके लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। सीएमएचओ द्वारा कन्टेनमेण्ट प्लान की पालना कड़ाई से सुनिश्चित की जा रही है। क्वारनटाईन फैसिलिटी मैनेजमेंट में त्रिस्तरीय  व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है। क्वारनटाईन स्थल पर समुचित प्रकाश, वेन्टीलेशन, बाथरूम तथा शौचालय इत्यादि आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित है। होम आइसोलेट किये जाने की अवस्था में  संबंधित व्यक्ति का घर छोटा होने की स्थिति में उसे किसी अन्य संस्थान या स्थान पर क्वारेंटाईन किए जाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी। फूड पैकेट तथा सूखी खाद्य सामग्री का वितरण इस प्रकार सुव्यवस्थित तरीके से करवाया जा रहा है कि जरूरतमंद व्यक्तियों को आवश्यकता अनुसार आपूर्ति को सके।
     
उन्होंने बताया कि आश्रय स्थल तथा शेल्टर होम पर सभी व्यवस्था की गई है। इन सभी सुविधाओं की मॉनिटरिंग के लिए अलग-अलग अधिकारी  नियुक्त है। कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों को (जिनमें लक्षण आ रहे हैं अथवा जिनमें लक्षण नहीं आ रहे हैं) पृथक-पृथक रखे जाने की व्यवस्था सुनिश्चित है। इस हेतु समुचित संख्या में हॉस्टल, होटल, भवनों (बाथरूम व शौचालयों की सुविधायुक्त) इत्यादि का अधिग्रहण किया गया है। जांच, टेस्टिंग, स्क्रीनिंग अधिक से अधिक करवाये जाने पर फोकस किया गया है।  इससे कोई भी संक्रमित व्यक्ति छूट नहीं पाए।


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