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कोरोना महामारी : प्रभारी सचिव ने ली समीक्षा बैठक

लिसा मॉडल के अनुसार करें कार्य - देथा
कोरोना सेम्पल की संख्या बढ़ाने के दिए निर्देश
अजमेर। जिले के प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में बुधवार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यो की समीक्षा बैठक आयोजित हुई । इसमें मिशन लाइफ सेविंग (लिसा) मॉडल को अपनाते हुए अधिकतम सेम्पल लेने के निर्देश प्रदान किए। समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने भी अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए कहा।
     
बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए प्रभारी सचिव देथा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अधिकतम व्यक्तियों के सेम्पल लेने की आवश्यकता है। मेडिकल दल द्वारा घर-घर जाकर सर्वे करने की पर्याप्त मोनेटेरिंग की जाए। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान किए। क्वारेंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाएं सुचारू होनी चाहिए। इस संबंध में किसी प्रकार की कमी नही हो। सेन्टर में नकारात्मक व्यवहार करने वाले व्यक्तियों की आवश्यकता होने पर कॉसंलिंग करने की व्यवस्था की जाए।
     
उन्होंने कहा कि मिशन लाइफ सेंविग (लिसा) मॉडल के अनुसार 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है, गर्भवती महिलाएं एवं 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को हाई रिस्क गु्रप में मानते हुए इन पर विशेष ध्यान दिया जाए।  हाई रिस्क गु्रप के व्यक्तियों की पहचान महात्मा गांधी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी, एनसीडी डाटा, वृद्धावस्था पेंशनर्स, मतदाता सूची, सरकारी पेंशनर्स से की जा सकती है।
     
उन्होंने कहा कि   कोरोना महामारी के साथ साथ सामान्य बीमारियों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। सामान्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति को किसी प्रकार की परेशानी नही हों। उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं एवं औषधियां उपलब्ध होनी चाहिए। लॉकडाउन क्षेत्रों में डिस्पेंसरी एवं क्लिनिक खुले होने से स्थानीय व्यक्तियों को लाभ प्राप्त होगा। कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सकों की सुविधा घर पर ही उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाने चाहिए।
     
उन्होंने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटरों  पर सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं की 24 घंटों प्रभारी अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग आवश्यक है। इन केन्द्रों पर नियमित अन्तराल के पश्चात सोडियम हाईपो क्लोराइट का छिड़काव सुनिश्चित होना चाहिए।
     
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना तथा प्रधानमंत्री गरीब योजना के अन्तर्गत लाभान्वितों को 10 किलो गेहूं उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रत्येक लाभार्थी तक गेहूं की पहुंच सुनिश्चित होनी चाहिए। कफ्र्यूग्रस्त एरिया के प्रत्येक डीलर के लाभान्वितों के की सूची में से रेन्डम आधार पर घर घर जाकर जांच की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध संग्रहण केन्द्रों पर भी सोशल डिस्टेसिंग की पालना करने के लिए निर्देश प्रदान किए।
     
इस अवसर पर वार रूम प्रभारी गजेन्द्र सिंह राठौड़, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के.सोनी सहित समस्त अधिकारी उपस्थित थे। 


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