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विश्व श्रवण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

अजमेर।  जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मेलोडी हॉल में विश्व श्रवण दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. वी.पी. सिह, प्रिसिपल मेडिकल कॉलेज, अजमेर व डॉ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया संयुक्त निदेशक जॉन अजमेर रहे।
     
इस अवसर पर श्रवणबाधित बालक व बालिकाओ द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम किये गये जिसमें फेनसीडेस व डान्स का आयोजन किया गया। साथ ही इनके अभिभावको ने अपनी ओर से एक लधु नाटक का मंचन किया जिसमें उन्होने श्रवणबाधित बालक व बालिकाओ के लालन-पालन में आने वाले चुनोैतियां व इन्हे राष्ट्रीय भहरापन रोकधान कार्यक्रम के द्वारा मिले लाभ व ईलाज के सम्बन्ध में बताते हुए सभी से अपील की इस कार्यक्रम से अधिक से अधिक जुड केर श्रवणबाधित बालक व बालिकाओ को लाभ दिलवायें।
     
कार्यक्रम में डॉ. अनिल जैन अधीक्षक ज.ला.ने. चिकित्सालय अजमेर डॉ. सम्पत सिंह जोधा अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अजमेर, डॉ. बी.के. सिह विभागाध्यक्ष ईएनटी ज.ला.ने. चिकित्सालय, अजमेर, डॉ. ज्योतसना, डॉ. राकेश पॉरवाल, डॉ. पी.सी. वर्मा, डॉ. योगेश अन्सारी, डॉ. विकरान्त, राशिका शर्मा  कॉडिनेटर एनपीपीसीडी व अन्य चिकित्सक मोजूद रहे।
     
डॉ. सम्पत सिंह जोधा अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अजमेर व डॉ. बी.के. सिह विभागाध्यक्ष ईएनटी ज.ला.ने. चिकित्सालय, अजमेर ने सभा को सम्बोधित करते हुए बताया की अगर समय पर शिशु के श्रवण शक्ति की जॉच करा ली जाये तो हमे जल्द से जल्द पता लग सकता है कि शिशु की श्रवण शक्ति में कोई कमी है या नही अगर शिशु की श्रवण शक्ति कम पायी जाती हेै या नही पायी जाती है। तो ऎसे शिशुओ को जल्द से जल्द एक सामान्य सर्जरी द्वारा एक ध्वनि यंत्र उनके कान में लगा दिया जाता है जिससे उनकी श्रवण शक्ति ठीक हो जाती है। जिससे उसका विकास सामान्य बालक व बालिकाओं जैसे किया जा सकता है।


साथ ही उन्होने यह भी बताया की जो बालक बालिका श्रवणबाधित है उन्हे छोटी उम्र में अगर स्पीच छेरेपी दी जाये तो वह भी सामान्य बालक बालिकाओे की तरह बोल सकते है।  साथ ही अभिभावको से अपील करी की वह अपने श्रवण बाधित बालक बालिकाओं को राष्ट्रीय भहरापन रोकधान कार्यक्रम से जोडे ओर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करे।


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