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शाहपुरा में वीर माता माणक कंवर स्मारक का लोकार्पण

माणककंवर राष्ट्रमाता से कम नहीं, नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण : रामदयाल महाराज 
एलएनजे ग्रुप द्वारा स्थापित वाटर सॉफ्टनर प्लांट का उद्घाटन 


शाहपुरा (मूलचन्द पेसवानी)। क्रांतिकारी बारहठ परिवार की महान सदस्य वीर माता माणक कंवर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में नवनिर्मित स्मारक का लोकार्पण आज अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर जगतगुरू स्वामी रामदयाल महाराज एवं पूर्व मंत्री ओंकार सिंह लखावत सहित अन्य अतिथियों ने किया। 
लोकार्पण समारोह में बारहठ परिवार के सदस्यों ने भी भाग लिया जिसमें क्रांतिकारी केसरी सिंह की दोहिती विजयलक्ष्मी, अरुण कुमार, कृष्ण सिंह, सिद्धार्थ देव, सुखदेव सिंह आशिया, प्रपोत्र विशाल सिंह सोदा उपस्थित रहे। समारोह में एलएनजे समूह के ओएसडी  रजनीश वर्मा, विधिक सलाहकार पवन गुप्ता, नगर पालिका चेयरमैन किरण तोषनीवाल, प्रधान गोपाल गुर्जर, कवि केलाश मंडेला, केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति के अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा, मंत्री स्वराजसिंह शेखावत उपस्थित रहे। 


कार्यक्रम में मुंबई के उद्योगपति चंदन सिंह, बालोतरा के नरपत सिंह, गुजरात खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के डायरेक्टर मोमाइ भाई गढ़वी, मेवाड़ चारण महासभा अध्यक्ष भेरू सिंह सौदा, चाळकना ट्रस्ट अध्यक्ष मुरार दान नांदिया, दिल्ली के रघुवीर सिंह, मनोज मिश्रण उपस्थित रहे। समारोह में जवाहर फाउंडेशन के अध्यक्ष उद्योगपति रिजु झुंझनुवाला एलएनजे ग्रुप द्वारा राबाउमावि में स्थापित किये गये वाटर सॉफ्टनर प्लांट का उद्घाटन नगर पालिका शाहपुरा की चेयरमैन किरण तोषनीवाल ने किया। 


इस अवसर पर कोटा के लेखक किशनलाल वर्मा की लिखी हुई पुस्तक क्रांतिकारी कहर केसरी पुस्तक का विमोचन जगतगुरु स्वामी रामदयाल महाराज एवं ओंकार सिंह लखावत ने किया। इससे पूर्व महाराज श्री ने नवनिर्मित स्मारक का तालियों की गड़गड़ाहट एवं विद्यालय परिवार एवं शाहपुरा के नगर वासियों के समक्ष मूर्ति का अनावरण किया।


समारोह में अध्यक्षता करते हुए रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर रामदयाल महाराज ने कहा कि देश के वर्तमान दौर में वीरमाता माणककंवर जैसी नारी शक्ति की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने माणक कंवर को राष्ट्रमाता बताते हुए कहा कि यह नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण है कि उन्होंने अपने पूरे परिवार को आजादी आंदोलन के यज्ञ में होम दिया। देश में परिवार की आहुति देने का ऐसा उदाहरण कहीं नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि देश के वर्तमान हालातों में ऐसे योद्वाओं की ही एक बार फिर से जरूरत है। 


उन्होंने वर्तमान के समय में बालिकाओं व नारी शक्ति से वीरमाता माणिक कंवर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेने का आव्हान किया। रामदयालजी ने विश्वास प्रकट करते हुए कहा कि इन्ही छात्राओं में आने वाले समय में कोई देश को, राष्ट्र को समर्पित होने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, हाड़ी रानी, वीरमाता माणक कंवर मिलेगी।


पूर्व मंत्री ओंकार सिंह लखावत ने आजादी आंदोलन में बारहठ परिवार के योगदान का अतुलनीय बताते हुए कहा कि शाहपुरा का यह राष्ट्रगौरव है। आज देशभर में बारहठ परिवार को प्रेरणा स्त्रोत माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर रामदयाल महाराज के सानिध्य में देश आने वाले समय में नया इतिहास रचेगा। 


अमर शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ संस्थान के सचिव कैलाश सिंह जाड़ावत ने कहा की देशभर के क्रांतिकारीयों में प्रमुख योगदान बारहठ परिवार का रहा है। उन बारहठ परिवार की महत्वपूर्ण सहयोगी, परिवार की अहम धुरी वीरमाता माणिक कुंवर का एकमात्र स्मारक शाहपुरा में बनकर तैयार हुआ। 


लोकार्पण के पश्चात बाहर से आए हुए अतिथियों ने बारहठ हवेली एवं देवखेड़ा का भ्रमण किया। देवखेड़ा में स्कूल का नाम केसरी सिंह बारहठ के नाम से करने एवं विद्यालयों में वीर माता माणिक कंवर के नाम से पुरस्कार प्रारंभ करने का निर्णय लेने का सभी ने संकल्प लिया। अतिथियों ने संग्रहालय एवं देव खेड़ा का भ्रमण कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस किया।


 


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