भीलवाड़ा (मूलचन्द पेसवानी)। होली के अवसर पर श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान मोतीबोर का खेड़ा के तत्वावधान में नाटक कबीरा खड़ा बाजार में का मंचन हुआ। नाटक आयोजन नवग्रह आश्रम में पहुंचने वाले रोगियों को मोटीवेशन के लिए किया गया। इस दौरान सैंकड़ों की तादाद में रोगी भी मौजूद थे।
नवग्रह आश्रम संचालक हंसराज चौधरी ने बताया कि प्रख्यात लेखक भीष्म साहनी लिखित व हरीश पंवार द्वारा निर्देशित कबीरा खड़ा बाजार में नाटक निर्गुण कवि कबीर के जीवन प्रसंगों पर आधारित है। इसमें जात-पात, संप्रदाय, आडंबर और वैचारिक गतिरोध का मार्मिक चित्रण किया गया है। नाटक का निर्देशन प्रख्यात रंगकर्मी हरीश पंवार ने किया। नाटक में तत्कालीन सत्ता के समक्ष कबीर के अदम्य साहस को रेखाकिंत किया गया तथा समाज में प्रचलित आडंबर के खिलाफ बात कही गयी।
सैकड़ों रोगियों व आस पास के गावों के लोगों की मौजूदगी में प्रधानाचार्य भीलवाड़ा विजयपाल वर्मा, संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, महासचिव सत्येंद्र मंडेला, श्रीनवग्रह आश्रम मोतीबोरखेड़ा के सुरेन्द्र सिंह, आश्रम सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष महिपाल चोधरी, गोशाला के प्रबंधक देवीलाल मेघवंशी की उपस्थिति में नाटक का मंचन हुआ। संयोजक विजयपाल वर्मा ने सभी का आभार ज्ञापित किया।
आश्रम के संचालक हंसराज चौधरी ने बताया की हैल्थ अवेयरनेस के लिए भविष्य में इस तरह के नाटकों का लेखन और मंचन किए जाने की उनकी बहुत बड़ी योजना है। नाटक मंचन के दौरान संगीत संयोजन पं. शंभूप्रसाद, प्रकाश व्यवस्था अमरीश पंवार, ध्वनि व्यवस्था विजयपाल वर्मा की थी। कबीर के रूप में फरहान शेख, नूरा के रूप में राजेश जीनगर, नीमा के रूप में मंजरी परमार, लोई के रूप में सुमन झा, कोतवाल के रूप में तपेन्द्र सिंह, महंत के रूप में अखिल राठी, मौलवी के रूप हरिसिंह, कायस्थ विश्वास पत्रिया, रैदास/जुलाहा के रूप् में दिव्यांश शुक्ला, यशीरा शेख, ग्रामीण के रूप् में महिमा जोशी, पीपा/अधिकारी के रूप में मनीषा जैन, सिकंदर लोदी गौतम शर्मा, चोबदार संदीप शर्मा, दिनेश कोठारी, भवानी शंकर जीनगर, रजनीश जोशी आदि के अभिनय ने प्रभावित किया।
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