ब्यावर। बायोफ्यूल प्राधिकरण ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के निर्देशानुसार आज बडली ग्राम पंचायत पंचायत समिति भिनाय में बंजर भूमि एवं चारागाह विकास की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ग्रामवासियों को चारागाह का विकास की महत्ता के बारे में विस्तार से समझाया गया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इस तरह की की टे्रनिंग पूरे प्रत्येक ब्लॉक में आयोजित की जाएगी, महात्मा गांधी नरेगा योजना से प्रत्येक ब्लॉक में चरागाह विकास के कार्य स्वीकृत किए गए हैं जिसमे बायोफ्यूल को बढ़ावा देने संबंधी पौधारोपण रतनजोत करंजी, शीशम, नीम के पौधे लगाए जाने, कार्यशाला में सहायक अभियंता शलभ टंडन एवं श्याम जांगिड़, जिला जिला प्रशिक्षण समन्वयक चांदनी हाड़ा, पंचायत समिति भिनाय के सरपंच महेंद्र खटीक, ओम प्रकाश राम प्रसाद तेली , एफईएस संस्था से कैलाश शर्मा, एवं हेम राज जाट द्वारा चारागाह विकास की जरूरत और उससे मिलने वाले फायदे के बारे में लोगों को जागरूक किया गया।
सरपंच द्वारा चारागाह विकास को करने में एक मुट्ठी आनाज एवं एक तगारी खाद के नारे के अनुसरण मे समस्त मनरेगा लेबर काम करेंगी, उपस्थित वार्ड पंच एवं ग्रामवासियों मेट इत्यादि द्वारा पूर्व अनुभव के आधार पर आ रही दिक्कतों के बारे में विस्तार से वार्ता की चारागाह का विकास ग्राम के पर्यावरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस हेतु उपलब्ध चरागाह भूमि को धीरे धीरे विकसित करने पर जोर दिया गया, तथा चारा का विकास की सुरक्षा और रखरखाव के लिए 5 सदस्य चरागाह विकास समितियों की नियमित बैठकों के लिए भी चर्चा की गई।
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