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जिला स्तरीय कृषि समिति की बैठक आयोजित

विभिन्न योजनाओं में समयबद्धता के साथ लक्ष्यों को अर्जित करें
अजमेर। अतिरिक्त जिला कलेक्टर हीरालाल मीणा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विभाग की विभिन्न योजनाओं में निर्धारित किए गए लक्ष्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें ताकि कृषकों को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके।


अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कृषि समिति, आत्माशाषी परिषद एवं होर्टिकल्चर डवलपमेंट सोसायटी से संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना के कार्यों में तेजी से प्रगति लाए।  उन्होंने मिनी किट वितरण के कार्य में पंचायत स्तर पर पारदर्शिता से कार्य करने के निर्देश दिए। जिन्हें गत वर्ष यह लाभ मिला है। उन्हें अगले फसली सीजन में दोबारा लाभ नहीं दिया जाए। तारबंदी योजना से लाभान्वित करने के लिए पांच-पांच किसानों के समूह बनाकर कार्य किया जाए। परम्परागत कृषि विकास योजना के प्रति किसानों को जागरूक करके उनका प्रशिक्षण करवाया जाएं।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से अधिकतम किसान लाभान्वित होने चाहिए। योजना से संबंधित प्रीमियम कटने एवं क्लेम खाते में जमा होते ही काश्तकार के पास मैसेस जाना सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। जहां तक संभव हो मैसेस हिन्दी भाषा में भेजा जाएं। किसानों को एजोला कल्चर के लिए प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है।


बैठक में उप निदेशक कृषि वी.के.शर्मा ने स्लाईड प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, एनएफएसएम अनाज, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, आरएसीपी परियोजना, परम्परागत कृषि विकास योजना, सॉयल हैल्थ कार्ड योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि वानिकी सब मिशन योजना, राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के संबंध में भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
      
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के जिले में योजना के क्रियान्वयन हेतु एचडीएफसी इंशोयरेंस का चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के तहत  विश्व बैंक के द्वारा प्रायोजित परियोजना के तहत कृषकों के उत्थान हेतु जिले में कृृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, भूजल  विभाग द्वारा कार्य करवाये जा रहे है।


बैठक में आत्मा योजना के परियोजना निदेशक  तथा होर्टीकल्चर के सहायक निदेशक के.पी.सिंह राजावत ने योजना अन्तर्गत भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने कृषकों के प्रशिक्षण, भ्रमण, फसल प्रदर्शन, फार्म स्कूल, किसान मेला एवं गोष्ठियां, कृषक वैज्ञानिक संवाद, कृषक पुरस्कार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।


बैठक में  कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, कृषि प्रोद्योगिकी प्रबन्ध अभिकरण एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।


 


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