Ticker

6/recent/ticker-posts

ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स में सभी भागीदारी सुनिश्चित करें - कलेक्टर

अजमेर।  जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कहा है कि ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स के लिए आम जन की सहभागिता जरूरी है। इसके लिए मीडियाकर्मी प्रचार प्रसार मे सहयोग दें। ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स 2018 केे पहले दौर में 111 शहरों को सम्मिलित किया गया जिसमें अजमेर ने आर्थिक क्षेत्र में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
     
जिला कलेक्टर बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स के संबंध में पत्रकारों को विस्तार से जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वेक्षण भारत सरकार के शहरी एंव आवासीय मंत्रालय की एक परिवर्तनकारी पहल है, जिसके माध्यम से शहरों को उनके रहने की जगह का वैश्विक एंव राष्ट्रीय परिपेक्ष में आकलन करने में मदद मिल सकेगी। ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स  सभी शहरों को शहरी नियोजन और प्रबंधन के लिए परिणाम आधारित दृष्टिकोण की ओर बढ़ने और शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
     
उन्होंने बताया कि यह सर्वे भारत में शहरों के विकास की साक्ष्य-आधारित योजना बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरों को उनकी ताकत, कमजोरियों, अवसरों और चुनौतियों के बारे में समग्र आकलन करने में मदद करेगा। जून 2017 में 116 शहरों (सभी स्मार्ट सिटी और 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों) को स्थानिक मापदंडों के आधार पर रैंक देने का निर्णय लिया गया था। औपचारिक रूप से 19 जनवरी 2018 को मूल्यांकन का प्रारम्भ हुआ। मोहुआ ने 13 अगस्त, 2018 को 111 भारतीय शहरों को सम्मिलित करते हुए पहली बार ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स की रैंकिंग जारी की गयी। ईओएल इंडेक्स विभिन्न शहरों के नागरिकों के माध्यम से शहरों में हुई प्रगति का आकलन करने में मदद करने के लिए एक लिटमस टेस्ट के रूप में कार्य करता है। सभी शहरों का मूल्यांकन 100 अंको में से किया गया था। इन्फ्रास्ट्रक्चर हेतु 45 अंक, गवर्नेस और सामाजिक प्रत्येक को 25 अंक एंव अर्थव्यवस्था को 5 अंक का भार दिया गया।
     
जिला कलेक्टर ने बताया कि ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स मेें चार स्तंभ शामिल थे। संस्थागत, सामाजिक, आर्थिक और भौतिक। जिसेे आगे 15 श्रेणियों में यथा शासन, पहचान और संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, सुलभ आवास, भूमि उपयोग, सार्वजनिक खुली जगह, परिवहन, जल आपूर्ति, अपशिष्ट-जल प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति और पर्यावरण की गुणवत्ता में बांटा गया।  ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरोेंं के सत्त विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक है।   उन्होंने बताा कि ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स 2018 केे पहले दौर में 111 शहरों को सम्मिलित किया गया जिसमें अजमेर ने आर्थिक क्षेत्र में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वेक्षण शहरों के बीच रैंकिग के आधार पर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करेगा, और नागरिकों को तुलना, समालोचना और विश्लेषण करने का अवसर प्रदान करेगा।
     
उन्होंने बताया कि ईजी ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 का सर्वेक्षण शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा 16 जनवरी, 2020 से 29 फरवरी, 2020 के मध्य किया जा रहा है। जिसमें 24 प्रश्नों के माध्यम से नागरिकों का फीड बैक लिया जा रहा है। कोई भी नागरिक समाचार पत्र में प्रकाशित क्यू आर कोड स्केन कर या यूआरएल लिंक ईओएल 2019 डॉट ओआरजी / सिटिजन फीडबैक के माध्यम से सर्वेक्षण में भाग ले सकता है।
     
इस मौके पर नगर निगम की आयुक्त चिन्मयी गोपाल, प्रोजेक्ट के अधिकारीगण सहित संबंधित विभागों के  अधिकारीगण उपस्थित थे।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ