Ticker

6/recent/ticker-posts

जयंती पर याद किए गए सिंधी साहित्यकार भारती महबूबानी

अजमेर। पूज्य सिंधी पंचायत की ओर से आशागंज व्यापारिक एसोसिएशन अध्यक्ष रामचंद वीजरानी के कार्यालय में सिंधी भाषा लिपि एवं संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले गोरधन भारती महबूबानी की जयंती पर उन्हें नमन किया गया। 


मुख्य अतिथि सिंधु संगम संस्था अध्यक्ष हरीश हिंगाेरानी ने कहा कि अजमेर एक मिनी सिंध है। यहां अनेक साहित्यकार एवं कलाकार हुए हैं, जिन्हाेंने अजमेर का नाम सिंधियत के लिए रोशन किया है। अमिषा वीजरानी ने कहा कि सिंधी भाषा अत्यंत मधुर है।


पूज्य सिंधी पंचायत महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि गोरधन महबूबानी के पिता अध्यापक थे एवं स्वयं रेलवे में लिपिक के पद पर कार्यरत रहते हुए अविवाहित रहे। कविताएं, लेख, कहानियां, नाटक, फिल्म स्क्रिप्ट लेखन सहित कई क्षेत्रों में उन्हाेंने सिंधियत का नाम रोशन किया। साहित्य अकादमी की ओर से गोरधन भारती को 24 बार अलंकृत किया गया। इस अवसर पर राजेश झूरानी, नानक गजवानी, किशोर विधानी, महेश वीजरानी, कमल लालवानी ने विचार व्यक्त किए। 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ