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सतत् विकास लक्ष्य समयबद्धता से करें - जिला कलेक्टर

अजमेर। जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने कहा है कि जिले में सतत् विकास के लक्ष्य अधिकारी समयबद्धता के साथ पूर्ण करें ताकि जिले की रैंकिंग अच्छी रह सके।


जिला कलेक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित सतत् विकास लक्ष्य 2030 के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्धारित किए गए 17 लक्ष्यों को आपसी समन्वय से शत प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए।


इस मौके पर सांख्यिकी विभाग के निदेशक दिनेश कुमार एवं आयोजना विभाग के प्रतिनिधि श्री राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि सतत् विकास लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों के बीच वैश्विक विकास का एक समझौता है। सितम्बर, 2015 में भारत सहित 193 देशों  ने इन्हें वैश्विक विकास की दृष्टि से अपनाया। यह समझौता जनवरी, 2016 से प्रभावी हुआ। कुछ लक्ष्यों को वर्ष 2030 से पहले एवं शेष सभी लक्ष्यो को वर्ष 2030 तक अर्जित किया जाना है। इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक दुनियाभर से गरीबी को समाप्त कर सभी नागरिकों को एक समान, सुरक्षित एवं उत्कृष्ट जीवन देना है। विश्व स्तर पर इस बड़े उद्देश्य को पूरा करने के लिए इन्हें 17 अलग-अलग लक्ष्यों एवं 169 टारगेट्स में बांटा गया है।
 
उन्होंने बताया कि राष्ट्र स्तर पर नीति आयोग समन्वयक एजेंसी है तथा सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा नोडल विभाग के रूप में इनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। भारत में इसेक सभी राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों, नागरिकों, एजेंसीयों संगठनों के सहयोग से पूरा किया जाना है। सत्रह लक्ष्यों की उपलब्धियों को मापने के लिए 169 टारगेट्स एवं 306 संकेतकों का निर्धारण किया गया है। राज्य में आयोजना विभाग नोडल विभाग के रूप में कार्यरत है तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय में मॉनिटरिंग कार्य हेतु पृथक से एक एसडीजी प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना का क्रियान्वयन सरकारों, निजी क्षेत्र, सिविल सोसायटी, संयुक्त राष्ट्र संगठनों, सभी हितधारकों और अन्य कार्यकारी एजेंंिसयों के द्वारा उपलब्ध संसाधनों से किया जाएगा।


उन्होंने बताया कि 17 निर्धारित लक्ष्यों में गरीबी का अन्त, भुखमरी समाप्त करना, स्वस्थ जीवन एवं आरोग्य, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, लैंगिंक समानता, शुद्ध जल एवं स्वच्छता, किफायती एवं स्वच्छ ऊर्जा, समानजनक कार्य, आर्थिक विकास, उद्योग नवाचार तथा अवसंरचना, असमानता में कमी, संधारणीय शहर एवं समुदाय, सतत् उद्योग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन, पानी में जीवन, भूमि पर जीवन, शांति, न्याय और सुदृढ़ संस्थान तथा लक्ष्यों के लिए भागीदारियां सम्मिलित की गई है।
     
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, मुरारी लाल वर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड़, एडीए के सचिव किशोर कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण लाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं विद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।


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